Last Modified: लंदन (भाषा) ,
गुरुवार, 5 जुलाई 2007 (18:49 IST)
मैं धोखेबाज नहीं हूँ : सेरेना
अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने उनकी खेलभावना पर सवाल उठाने वाले आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने कभी कोर्ट पर धोखेबाजी नहीं की।
2002 और 2003 में विम्बलडन जीत चुकीं सेरेना बुधवार को चौथे दौर में स्लोवाकिया की डेनियला हँतुचोवा के खिलाफ मैच के दौरान नाटकीय ढ़ंग से सेंट्रल कोर्ट पर गिर गईं। इसके बाद निर्णायक अंतिम सेट में उन्होंने टॉयलेट ब्रेक की माँग की और बाद में मैच जीत लिया।
ब्रेक के बाद उन्हें खेलने में कोई तकलीफ नहीं आई जिसे देखकर दर्शक हैरान रह गए। वह काफी तेजी से दौड़ रही थीं, जबकि उनके दोनों पैरों में पट्टियां बँधी थीं।
पूर्व चैम्पियन मॉइकल श्टिख ने कहा कि सेरेना ने अति नाटकीयता का सहारा लिया। वहीं सेरेना का कहना है मैंने जो दर्द सहा उसे मैं ही जानती हूँ। मैंने अपने पूरे कॅरियर में कभी नाटकीयता का सहारा नहीं लिया।
सेरेना को क्वार्टर फाइनल में चोटी की खिलाड़ी जस्टिन हेनिन ने सीधे सेटों में हरा दिया। सेरेना ने कहा मैं हमेशा से एक योद्धा रही हूँ। मेरा कॅरियर श्टिख से ज्यादा चमकदार रहा है, लिहाजा वह अपनी भड़ास निकालने के लिए आजाद है। मैंने कभी उनके खिलाफ कुछ नहीं कहा। मैं दूसरों का मजाक नहीं उड़ाती।
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उन्हें नहीं खेलने की सलाह दी थी जिसे अनसुना करके वह कोर्ट पर उतरी थी। उन्होंने यह भी कहा कि पूरी तरह फिट होने पर वह हेनिन को हराकर फ्रेंच ओपन की अपनी हार का बदला चुकता कर सकती थी।
सेरेना ने कहा मेरे पैर की स्थिति को देखते हुए मेरा प्रदर्शन अच्छा ही माना जाएगा। यदि मैं स्वस्थ होती तो शत-प्रतिशत जीत जाती। उनकी बड़ी बहन वीनस ने भी उनका बचाव करते हुए कहा कि सेरेना ने हमेशा खेलभावना का परिचय दिया है। वह कभी किसी की शिकायत नहीं करतीं।
उन्होंने कहा वह अधिकांश समय तो जीतती ही है, लेकिन हारने पर उससे सबक लेना नहीं भूलती। जो कोई भी उसकी चोट को नाटक कह रहा है वह अनजान है।