Last Modified: नई दिल्ली ,
गुरुवार, 18 मार्च 2010 (10:37 IST)
देश पहली प्राथमिकता : सुरंजय
स्टार मुक्केबाज सुरंजय सिंह ने कल यहाँ पाँचवीं राष्ट्रमंडल मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता देश के लिए खेलना है और उसके बाद ही पेशेवर मुक्केबाजी का नंबर आता है।
सुरंजय ने पेशेवर मुक्केबाजी में हाथ आजमाने के सवाल पर कहा 'मेरी पहली प्राथमिकता देश के लिए खेलना है और इसके साथ मैं कोई समझौता नहीं कर सकता। हाँ अगर भविष्य में कभी मौका मिला तो पेशेवर मुक्केबाजी का रुख कर सकता हूँ।'
मणिपुर के इस मुक्केबाज ने 52 किलोग्राम फ्लाईवेट वर्ग के फाइनल में मारीशस के ओलीवर लेविगी को पहले ही राउंड में 1-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। लेविगी के सिर पर चोट लगने के कारण रेफरी ने मुकाबला बीच में ही रोक दिया।
सुरंजय का इस वर्ष यह दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे उन्होंने प्रेजीडेंट्स कप में सोने का तमगा हासिल किया था।
फाइनल मुकाबले के बारे में सुरंजय ने कहा 'मैं पूरा राउंड खेलना चाहता था। लेकिन विपक्षी खिलाड़ी पहले ही राउंड में चित हो गया। मैंने मुकाबले के लिए पूरी तैयारी की थी और विपक्षी खिलाड़ी के वीडियो देखकर रणनीति बनाई थी।'
उन्होंने कहा कि जूनियर और सब जूनियर वर्ग में उनके वर्ग में अब देश में कई बेहतरीन मुक्केबाज सामने आ रहे हैं और मुकाबला काफी कठिन होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह अपनी शानदार फॉर्म को राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में भी जारी रखने की पूरी कोशिश करेंगे। (वार्ता)