द. अफ्रीका को आवागमन की परेशानी
फीफा के अध्यक्ष सैप ब्लेटर के अनुसार वर्ष 2010 के फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी कर रहे द. अफ्रीका के समक्ष सबसे बड़ी समस्या आवागमन के साधनों की है।विश्व फुटबॉल की सर्वोच्च संस्था के प्रमुख ब्लेटर यहाँ दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर आए हुए हैं। विश्व कप के दौरान करीब 3,50,000 दर्शक देश में घुमेंगे।ब्लेटर ने कहा कि मेरी नजर में आवागमन के साधन एक ऐसा क्षेत्र है जिसके बारे में आयोजकों को ध्यान देने की जरूरत है। यहाँ विश्व कप की तैयारियों का जायजा लेने आए ब्लेटर ने कहा कि मैं बहुत खुश हूँ। सभी कुछ सही दिशा में चल रहा है।दक्षिण अफ्रीका ने 2010 के विश्व कप आयोजन के अधिकार तीन वर्ष पहले प्राप्त किए थे। इसके बाद स्टेडियम और अन्य आधारभूत ढाँचों के निर्माण, आम जनता के आवागमन के साधनों की कमी और अपराध की ज्यादा दर को देखते हुए आयोजन पर संदेह के बादल छा गए थे।सरकार ने विश्व कप के लिए विशेष आवागमन व्यवस्था करने के लिए 5.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि खर्च करने का वादा किया है।दक्षिण अफ्रीका में अत्यधिक अपराध दर से ब्लेटर चिंतित नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यदि आप विश्व के किसी भी बड़े देश में जाते हैं तो कुछ परेशानियों का सामना तो करना ही पड़ेगा। मुझे सरकार के अधिकारियों ने सुरक्षा इंतजामों को लेकर एक बार फिर आश्वस्त किया है।स्टेडियमों के धीमे निर्माण व साज-सज्जा के बाद आयोजकों का दावा है कि वे निर्धारित समय से तेज चल रहे हैं। ब्लेटर ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका मेजबानी के लिए तैयार है और यहाँ बहुत अच्छा विश्व कप आयोजन होगा।