लंदन। यूलिमर रोजस ने विश्व एथेटिक्स चैंपियनशिप में तिहरी कूद में अपनी सबसे बड़ी प्रतिद्वंद्वी कैटरीन इबारगुएन को दो सेंटीमीटर के अंतर से हराकर वेनेजुएला के लिए पहली बार विश्व स्वर्ण पदक हासिल कर लिया है, जिसके बाद वेनेजुएला में जश्न का माहौल छा गया।
21 वर्षीय रोजस ने अपने दक्षिण अमेरिकी देश के लिए विश्व चैंपियनशिप में पहला पदक हासिल किया है, जबकि इसके एक दिन पहले महिलाओं के पोल वाल्ट में रॉबिली पिनाडो ने कांस्य पदक जीता। आर्थिक और राजनीतिक समस्याओं को झेल रहे वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने यूलिमर की जीत पर खुशी जताते हुए कहा हमारे देश के लिए यह बड़ा गर्व का पल है।
वहीं गत वर्ष रियो डी जेनेरो में रोजस से आगे रहीं कोलंबिया की इबारगुएन लगातार तीसरी बार विश्व खिताब से चूक गईं। वे पांचवें राउंड तक 14.89 मीटर के साथ बढ़त पर थीं, लेकिन रोजस ने चौथे प्रयास में 14.91 मीटर की कूद के साथ समीकरण बदल दिए, हालांकि वेनेजुएला के लिए पहला विश्व चैंपियन पदक जीतने से उत्साहित रोजस ने अपने देश में चल रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन में मारे गए 120 लोगों और मौजूदा स्थिति पर दुख भी जताया।
महिलाओं की 1500 मीटर रेस में ओलंपिक विजेता केन्या की धाविका फेथ किपियोंग ने लंदन स्टेडियम में भी अपना दबदबा कायम रखते हुए विश्व खिताब अपने नाम किया। दो वर्ष पहले रजत जीतने वाली किपियोंग ने 600 मीटर की दूरी रहते हुए जबरदस्त फार्म में चल रहीं हॉलैंड की सिफान हासन को पीछे छोड़ चार मिनट 2.59 सेकंट में जीत दर्ज कर ली।
वर्ष 2011 चैंपियन अमेरिका की 30 वर्षीय जैनी सिम्पसन ने भी ट्रैक पर कमाल की तेजी दिखाई और दूसरा स्थान हासिल किया जबकि दक्षिण अफ्रीका की 800 मीटर विशेषज्ञ कैस्टर सेमेन्या को कांस्य मिला। हालांकि यहां 55 हजार दर्शकों के सामने घरेलू पसंदीदा लॉरा मुइर और लॉरा व्हाइटमैन निराश कर गईं।
ओलंपिक चैंपियन जमैका के उमर मैक्लियॉड ने बोल्ट और थाम्पसन की हार से निराश अपने देशवासियों के चेहरे पर फिर से खुशी लाते हुए 110 मीटर बाधा दौड़ स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीत लिया। हमवतन यूसेन बोल्ट और एलीन थॉम्पसन की 100 मीटर स्पर्धा में मिली हार के बाद मैक्लियॉड ने स्वर्ण जीतकर बोल्ट और थॉम्पसन की हार से मिली निराशा को खत्म कर दिया।
23 वर्षीय एथलीट मैक्लियॉड ने 13.04 सेकंड में रेस पूरा कर स्वर्ण अपने नाम कर लिया। उन्होंने इस जीत को बोल्ट को समर्पित करते हुए कहा, सच पूछिए तो यहां पर मैं जमैका का झंडा ऊंचा रखना चाहता था और मैंने यही किया। यूसेन बोल्ट अभी भी महान हैं और यह जीत आप के लिए है। यहां पर मेरे ऊपर बहुत दबाव था, लेकिन मैंने इसे सकारात्मक रूप में लिया। यह पिछले साल से पूरी तरह से अलग है जब यूसेन, एलीन और मैंने स्वर्ण जीता था।
गत चैंपियन रूस के सर्जेरी शुबेनकोव ने 13.14 सेकंड के समय के साथ रजत पदक हासिल किया। शुबेनकोव बिना रूसी झंडे के तहत स्वतंत्र एथलीट के रूप में इस चैंपियनशिप में उतरे और लंदन में पदक जीतने वाले वे पहले रूसी एथलीट बने।
हंगरी के ब्लाजस बेजी ने 13.28 सेकंड के समय के साथ कांस्य पदक जीता। वहीं पांच वर्ष पहले यहां स्वर्ण जीतने वाले विश्व रिकॉर्डधारी अमेरिका के एरिस मेरिट ने शुरुआत तो काफी तेज की लेकिन अंत में वह पीछे रह गए। मेरिट 13.31 सेकंड के साथ पांचवें स्थान पर रहे।
दो बार की ओलंपिक चैंपियन पोलैंड की अनीता व्लोदारक्जिक ने अपना दबदबा कायम रखते हुए महिलाओं की हैमर थ्रो स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीत लिया। वर्ष 2012 और 2016 में हुए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली अनीता ने अपने उसी प्रदर्शन को यहां भी बरकरार रखा और स्वर्ण पदक जीतने के साथ ही तीसरा विश्व खिताब अपने नाम कर लिया।
अनीता ने यहां लंदन स्टेडियम में धीमी शुरुआत के बाद चौथे प्रयास में 77.90 मीटर की थ्रो फेंककर स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। 31 वर्षीय विश्व रिकॉर्डधारी अनीता ने दर्शकों से कहा, मैं बहुत खुश हूं और अगली बार फिर आप सब से मिलूंगी।
चीन की झेंग वांग ने 75.98 मीटर की थ्रो के साथ रजत पदक हासिल किया। वांग का यह पहला विश्व खिताब है। वहीं अनीता की हमवतन मेलविना कोपरॉन ने पहले प्रयास में ही 74.76 मीटर की थ्रो के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया। (वार्ता)