गुरजीत कौर के 'डबल' से भारत एशिया कप फाइनल में
काकामिगाहारा। गुरजीत कौर के बेहतरीन दो गोलों की मदद से भारत ने मेजबान जापान को शुक्रवार को 4-2 से पीटते हुए नौवें महिला एशिया कप हॉकी टूर्नामेंट के खिताबी मुकाबले में जगह बना ली।
भारत का रविवार को होने वाले खिताबी मुकाबले में चीन के साथ सामना होगा, जिसमें अन्य सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया को नजदीकी संघर्ष में 3-2 से हराया। रविवार को ही जापान और कोरिया की टीमें कांस्य पदक के लिए खेलेंगी।
भारत ने ग्रुप चरण में अपने से ऊंची रैंकिंग की टीम चीन को 4-1 से शिकस्त दी थी और उम्मीद है कि भारतीय टीम फाइनल में जीत हासिल कर भारत के लिए पुरुष और महिला एशिया कप में खिताब का डबल पूरा करेगी। भारतीय पुरूष टीम ने हाल ही में बांग्लादेश के ढाका में मलेशिया को 2-1 से हराकर तीसरी बार एशिया कप का खिताब जीता था।
भारत की जीत में गुरजीत ने सातवें और नौवें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोल दागे। भारत के लिए नवजोत कौर ने नौवें और लालरेमसियामी ने 38वें मिनट में मैदानी गोल किए। जापान की ओर से शिहो सूजी ने 17वें और यूई इशिबाशी ने 28वें मिनट में मैदानी गोल किए।
भारतीय महिला टीम ने पहले नौ मिनट में ही 3-0 की बढ़त बना ली थी। लेकिन जापान ने वापसी करते हुए आधे समय से ठीक पहले तक स्कोर 2-3 कर दिया। भारत ने तीसरे क्वार्टर में अपना चौथा गोल दागकर दो गोल की बढ़त बनाई और इसे अंत तक बरकरार रखा।
तेज गति से खेले गए इस मुकाबले में गुरजीत ने भारत को धमाकेदार शुरूआत दिलाई। गुरजीत ने सातवें मिनट में मिले पेनल्टी कार्नर पर गोल दागने में कोई गलती नहीं की। नवजोत ने नौवें मिनट में मैदानी गोल करते हुए भारत को 2-0 से आगे कर दिया। भारत को इसी मिनट में एक पेनल्टी कार्नर मिला और गुरजीत ने स्कोर 3-0 पहुंचा दिया।
तीन गोल से पिछड़ने के बावजूद जापान ने हौंसला नहीं छोड़ा और भारतीय गोल पर लगातार हमले किए। जापान ने दूसरे क्वार्टर में काफी दबदबा बनाया जिसका फायदा उसे 11 मिनट के अंतराल में दो गोल के रूप में मिल गया। सूजी ने 17वें मिनट में स्कोर 1-3 और इशीबाशी ने 28वें मिनट में स्कोर 2-3 कर दिया।
जब ऐसा लग रहा था कि जापानी टीम भारत पर हावी हो जाएगी कि तभी तीसरे क्वार्टर में लालरेमसियामी ने टूर्नामेंट का अपना पहला गोल करते हुए भारत को 4-2 से आगे कर दिया। जापान ने वापसी करने की भरपूर कोशिश की लेकिन भारतीय डिफेंस ने मजबूती के साथ अपने किले को बचाए रखा और फाइनल में जगह बना ली।
भारतीय खिलाड़ी निक्की प्रधान का अपनी टीम की ओर से यह 50वां अंतरराष्ट्रीय मैच था जिसका जश्न उन्होंने टीम की जीत और फाइनल में प्रवेश के साथ मनाया। भारतीय टीम टूर्नामेंट में अपराजित चल रही है। उसने ग्रुप चरण में सिंगापुर को 10-0 से, चीन को 4-1 से और मलेशिया को 2-0 से तथा क्वार्टर फाइनल में कजाखिस्तान को 7-1 से हराया था।
भारत को अब फाइनल में चीन की चुनौती का सामना करना पड़ेगा जिसने पहले सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया की कड़ी चुनौती पर 3-2 से काबू पाया था। (वार्ता)