विंबलडन : बोपन्ना की हार से भारतीय चुनौती समाप्त
लंदन। भारत के रोहन बोपन्ना और उनकी जोड़ीदार कनाडा की गैब्रिएला डाबरोवस्की को विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप के मिश्रित युगल क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा जिसके साथ ही भारत की वर्ष के तीसरे ग्रैंडस्लैम में चुनौती समाप्त हो गई।
10वीं सीड बोपन्ना-डाबरोवस्की ने फिनलैंड के हैनरी कोंटिनेन और ब्रिटेन की हीथर वॉटसन के खिलाफ कड़ा संघर्ष किया लेकिन सेंटर कोर्ट पर हुए इस मुकाबले में गत चैंपियन जोड़ी ने फिर 6-7, 6-4, 7-5 से करीब 2 घंटे में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया।
फ्रेंच ओपन के मिश्रित युगल का खिताब जीतकर यहां पहुंचे बोपन्ना-डाबरोवस्की की जोड़ी ने हालांकि मैच में काफी संघर्ष किया और 104 अंक जीते जबकि विजयी कोंटिनिन-वॉटसन की जोड़ी को 109 अंक मिले। इस मैच से ठीक पहले कोंटिनेन 5 सेटों तक चले अपने पुरुष युगल मैच को हार गए थे लेकिन उन्होंने मिश्रित युगल में उम्मीद बनाए रखते हुए पहला सेट टाईब्रेक में गंवाने के बाद बाकी दोनों सेटों को जीता।
भारतीय-कनाडाई जोड़ी ने इससे पहले 1 भी सेट नहीं गंवाया था लेकिन अंतिम 8 के मुकाबले में वे 11 में से 8 ब्रेक अंक बचाने के बाद भी मैच हार गए। उन्होंने मैच में 7 एस लगाए लेकिन 5 डबल फॉल्ट और 6 बेजा भूलें कीं।
बोपन्ना विंबलडन में अकेले ही भारतीय चुनौती संभाले हुए थे और उनकी हार के साथ अब यह समाप्त हो गई। इससे पहले सानिया मिर्जा भी अपने मिश्रित और युगल मैचों में बाहर हो चुकी हैं।
कोंटिनेन और वॉटसन के सामने अब अंतिम 4 में ब्रुनो सोरेस और एलीना वेस्नीना की दूसरी सीड जोड़ी होगी। एक अन्य सेमीफाइनल में ब्रिटेन के जेमी मरे और मार्टिना हिंगिस की शीर्ष वरीय जोड़ी रहेगी। वहीं जूनियर विंबलडन में भी भारत की चुनौती समाप्त हो गई है, जहां महक जैन, जील देसाई, मिखा यादव और सिद्धांत बंथिया लड़कियां और लड़कों की स्पर्धाओं में अपने अपने मैच हारकर बाहर हो गए हैं। (वार्ता)