सम्मान समारोह से जूनियर विश्व चैम्पियनों का हौसला बढ़ा
नई दिल्ली। भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम 15 वर्ष बाद विश्व चैंपियन बनने के बाद से ही लगातार सम्मान समारोह का हिस्सा बन रही है और खिलाड़ियों का मानना है कि इस प्यार और सम्मान से उनका मनोबल और आत्मविश्वास और मजबूत हुआ है।
विश्व विजेता टीम में अंतिम एकादश के कप्तान हरजीत सिंह सहित सात खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह, विकास दहिया, वरूण कुमार, गुरजंत सिंह, सिमरनजीत सिंह और दीप्सान टिर्की फिलहाल कोलकाता में 121वें ऑल इंडिया बिजटन कप हॉकी टूर्नामेंट में खेल रहे हैं। लेकिन यहां भी उन्हें रोजाना किसी न किसी द्वारा सम्मानित किया जा रहा है।
मैन ऑफ द मैच और फाइनल में बेहतरीन गोल करने वाले गुरजंत सिंह ने कहा लगभग हर दिन कोलकाता में हमारे लिए सम्मान समारोह आयोजित किए जा रहे हैं। यहां साई सेंटर में जहां हम बिजटन कप खेल रहे हैं, वहां भी लोग हमसे मिलने के लिए आ रहे हैं। जिस तरह का सम्मान हमें मिल रहा है, उससे हमारा मनोबल बढ़ा है।
गोलकीपर विकास दहिया ने भी माना कि लोगों के इस प्यार और सम्मान से टीम का आत्मविश्वास काफी बढ़ा है। उन्होंने बताया कि रविवार को खेल विभाग, पश्चिम बंगाल की सरकार और बंगाल हॉकी ने उन्हें मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। यह उनके लिए बहुत ही गौरवपूर्ण क्षण था। तथा लोग उन्हें हॉकी का भविष्य मानते हैं।
दहिया ने कहा लोग हमें हॉकी का भविष्य मानते हैं। यहां तक कि एक टैक्सी ड्राइवर ने भी उन्हें पहचाना। लोगों का यह समर्थन काबिलेतारीफ है और आगे वह और भी मेहनत करेंगे। हरजीत के नेतृत्व वाली टीम को सरकार और समाज के विभिन्न वर्गों से सम्मान प्राप्त हो रहा है।
इन खिलाड़ियों की राज्य सरकारों ने भी इनके लिए नकद पुरस्कार की घोषणा की है जिसमें पंजाब सरकार ने 25 लाख रूपए, हरियाणा सरकार ने 20 लाख रूपए और हॉकी इंडिया ने प्रत्येक खिलाड़ी को पांच-पांच लाख रुपए नकद इनाम की घोषणा की है। ट्रक ड्राइवर के बेटे हरजीत ने कहा हम सभी खिलाड़ी गरीब या मध्यम वर्गीय परिवारों से आते हैं लेकिन हॉकी ने हमें नया जीवन दिया है। हॉकी इंडिया लीग से मुझे 10 लाख रूपए मिले हैं जिससे मैं कुराली में अपना घर बनाऊंगा।
इस बीच मनदीप सिंह, संता सिंह, परविंदर सिंह और गुरिंदर सिंह का गृह राज्य पंजाब लौटने पर जोरदार स्वागत किया गया। परविंदर ने कहा जब हम गत सप्ताह अमृतसर पहुंचे तो रात को भी हवाईअड्डे पर भारी भीड़ थी। बटाला में हमारी अकादमी पर भी सम्मान समारोह में 250 से ज्यादा युवा जुटे। लगभग हर रोज प्रशंसक हमसे मिलने आ रहे हैं। (वार्ता)