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Last Updated : बुधवार, 25 अगस्त 2021 (09:08 IST)

आतिशबाजी और रोशनी के बेजोड़ संगम से शुरू हुआ टोक्यो पैरालंपिक्स (PICS)

आतिशबाजी और रोशनी के बेजोड़ संगम से शुरू हुआ टोक्यो पैरालंपिक्स (PICS) - Tokyo Paralympics kick starts with mouth watering ceremony
टोक्यो:'हमारे पास भी पंख है’ की थीम पर आधारित रंगारंग कार्यक्रम के साथ मंगलवार को टोक्यो पैरालंपिक खेलों का आगाज हुआ जिसमें विपरीत परिस्थितियों में पैरा खिलाड़ियों की ऊंची उड़ान भरने के जज्बे को दर्शाया गया।

 
इस शानदार उद्घाटन समारोह का मुख्य चरित्र एक पंख वाला छोटा विमान था जो इस विचार को समझा रहा था कि इंसान के अपने पंख होते हैं, जो साहस जुटाकर हवा की दिशा से प्रभावित हुए बिना कही भी पहुंच सकता है। इसके लिए बस पंख को फैलाकर उड़ने की कोशिश करने की जरूरत है।
 
 
पैरालंपिक खेलों के ध्वज को नेशनल स्टेडियम में ले जाने से पहले जापान के सम्राट नारुहितो ने लगभग खाली स्टेडियम में खेलों के शुरू होने की घोषणा की।
अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष एंड्रयू पार्सन्स ने कहा कि टोक्यो 2020 पैरालंपिक के आयोजक एक ‘सुरक्षित’ का आयोजन कर सकते हैं।उन्होंने कहा, ‘‘ मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि हम यहां पहुंच गये है।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘ बहुतों को संदेह था कि यह दिन आयेगा भी या नहीं, कई लोगों ने सोचा कि यह असंभव है। कई लोगों के प्रयासों के लिए धन्यवाद, यह सबसे परिवर्तनकारी घटना है।’’
 
उन्होंने कहा, ‘‘आयोजकों ने हालांकि कभी विश्वास नहीं खोया और वे जापान सरकार के साथ अथक रूप से काम करते रहे।’’
इससे पहले समारोह में कोविड-19 महामारी के कारण आयी रुकावट और इससे हुए नुकसान के बीच आगे बढ़ने का संदेश देते हुए पैरा एथलीटों के जज्बे को सराहा गया।
 
 
पैरालंपिक खेल 57 वर्षों के बाद टोक्यो में फिर से आयोजित हो रहे हैं, जिससे जापान की राजधानी दो बार इन खेलों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन गया है।
 
समारोह के लिए विविधता और समावेश के प्रतीक के तौर पर ‘पैरा एयरपोर्ट (हवाई अड्डा)’ जैसा मंच तैयार किया गया था। समारोह की शुरुआत एक वीडियो के साथ हुई है जिसमें पैरा खिलाड़ियों की शक्ति को दर्शाया गया है।
वीडियो के खत्म होते ही ‘पैरा एयरपोर्ट’ के कर्मियों की तरह पोशाक में कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश किया गया, जिसके बाद स्टेडियम के ऊपर आतिशबाजी का शानदार नजारा दिखा।
 
 
इससे पहले अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति के अध्यक्ष एंड्रयू पार्सन्स और जापान के सम्राट नारुहितो का स्टेडियम में स्वागत किया गया, जिसके बाद चार बार के ओलंपिक फ्रीस्टाइल कुश्ती चैंपियन काओरी इको, और बचाव कार्यकर्ता ताकुमी अस्तानी सहित छह व्यक्ति जापान के ध्वज को मंच पर लेकर आये।
 
टोक्यो पैरालंपिक में शामिल 22 खेलों की झलक दिखाने के बाद वीडियो के अंत में प्रकाश की एक रंगीन रेखा दिखाई दी, जो बाद में पैरा हवाई अड्डे के रनवे में बदल गई।
 
 
पैरालंपिक खेलों में भाग लेने वाले देशों की परेड के बाद ‘छोटा एक पंख वाला विमान’ आया जिसे व्हीलचेयर पर बैठे 13 साल के यूई वागो ने प्रदर्शित किया।
इस बीच देशों की परेड के दौरान इस्राइल टीम के साथ आये श्वान (डॉग) ने हर किसी का ध्यान आकर्षित किया। इस श्वान ने टीम को परेड करने में मदद की।
 
 
इस समारोह में गोला फेंक खिलाड़ी टेक चंद ने भारतीय दल की अगुवाई की। उन्होंने ऊंची कूद के एथलीट मरियप्पन थंगावेलु की जगह ली जो टोक्यो की उड़ान के दौरान कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के कारण पैरालंपिक खेलों के उद्घाटन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक नहीं बन पाये।
 
टेक चंद के अलावा उद्घाटन समारोह में अन्य लोगों में भारत के मिशन प्रमुख गुरशरण सिंह, उप मिशन प्रमुख अरहान बागती, दल के अन्य प्रशासनिक कर्मचारी और एक कोच सत्यनारायण शामिल थे।
 
 
इन वैश्विक खेलों के इस सत्र में रिकॉर्ड 4403 खिलाड़ी शामिल होंगे। इसका पिछला रिकॉर्ड 4328 खिलाड़ियों के भाग लेने का था जो रियो 2016 खेलों में बना था।
टोक्यो पैरालंपिक खेलों में 2550 पुरुष और 1853 महिला खिलाड़ी चुनौती पेश करेंगे।पांच सितंबर तक चलने वाले इन खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व 54 खिलाड़ी करेंगे जो देश का अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल है।
 
 
राष्ट्रों की परेड के दौरान शरणार्थी पैरालंपिक टीम ने पहले प्रवेश किया। उसके बाद अफगानिस्तान का झंडा खिलाड़ियों के बिना मैदान में आया। जिसका मीडिया और कार्यकर्ताओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से स्वागत किया। यह उस देश के साथ एकजुटता दिखाने की कोशिश थी।
तालिबान के सत्ता में आने के कारण अफगानिस्तान के खिलाड़ी यहां नहीं पहुंच सके। देश के दो खिलाड़ियों ने पैरालंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।
 
 
इस समारोह में कलाकारों ने चमकदार पोशाक में जापान के पारंपरिक काकाकुरि नृत्य की झलक पेश की और मैदान के बीच में ‘पोल डांसिंग’ की विश्व चैम्पियन ईरी कामिमोतो ने भी अपनी कला का प्रदर्शन किया।(भाषा)
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