मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. Serena's dream of 24th Grand Slam broken
Written By
Last Updated : शुक्रवार, 11 सितम्बर 2020 (20:16 IST)

सेरेना का 24वां ग्रैंड स्लैम का सपना टूटा, अजारेंका-ओसाका के बीच US Open का खिताबी मुकाबला

सेरेना का 24वां ग्रैंड स्लैम का सपना टूटा, अजारेंका-ओसाका के बीच US Open का खिताबी मुकाबला - Serena's dream of 24th Grand Slam broken
न्यूयॉर्क। अमेरिका की स्टार टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स (Serena Williams) का 24वां ग्रैंड स्लैम जीतने का सपना वर्ष के आखिरी ग्रैंड स्लैम यूएस ओपन (US Open) टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पूर्व नंबर एक बेलारुस की विक्टोरिया अजारेंका (Victoria Azarenka) के हाथों हारकर एक बार फिर टूट गया। अजारेंका ने सेरेना को 1-6, 6-3, 6-3 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। खिताब के लिए उनका मुकाबला जापान की नाओमी ओसाका (Naomi Osaka) से होगा, जिन्होंने एक अन्य सेमीफाइनल में अमेरिकी खिलाड़ी जेनिफर ब्रॉडी को पराजित किया।
 
यहां 6 बार की चैंपियन सेरेना ने 1 घंटे 55 मिनट तक चले इस मुकाबले के पहले सेट में अजारेंका को पूरी तरह पछाड़ दिया था और पहला सेट 6-1 से अपने नाम किया। पहला सेट गंवाने के बाद अजारेंका ने शानदार तरीके से वापसी की और अगले दोनों सेट जीतकर फाइनल में प्रवेश किया।
 
तीसरी वरीयता प्राप्त और विश्व की आठवें नंबर की खिलाड़ी सेरेना और अजारेंका के बीच यह 23वां मुकाबला था, जिसे पांचवीं बार अजारेंका ने जीता। अजारेंका ने इस जीत के साथ ही सेरेना से 2012 में यूएस ओपन के फाइनल में मिली हार का बदला पूरा कर लिया। अजारेंका को सेरेना के हाथों 2012 यूएस ओपन के फाइनल में 2-6, 6-2, 5-7 से हार का सामना करना पड़ा था।
 
अजारेंका ने इस मैच में 24 विनर्स लगाए जबकि सेरेना ने 35 विनर्स लगाए। अजारेंका ने 17 और सेरेना ने 28 बेजां भूलें कीं। सेरेना अपने रिकॉर्ड 24वें ग्रैंड स्लैम से महज एक कदम दूर थीं लेकिन अजारेंका ने उनका सपना तोड़ दिया। इस जीत के साथ ही अजारेंका वेस्टर्न एंड सर्दन टूर्नामेंट और यूएस ओपन मिलाकर लगातार 11 मुकाबला जीत चुकी हैं।
सेरेना के खिलाफ जीत हासिल करने के बाद अजारेंका ने कहा, एक चैंपियन के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबला खेलने को मैं बड़ा अवसर मानती हूं। फाइनल में पहुंचने के लिए मुझे सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को हराना था और मैंने ऐसा किया।
 
अजारेंका ने कहा, 'उम्मीद करती हूं कि इससे महिलाओं को अपने सपने पूरा करने की प्रेरणा मिलेगी। मेरा मानना है कि आप सिर्फ एक पहचान से ही आगे नहीं बढ़ सकते क्योंकि हमारे जीवन में कई चीजें होती हैं। माता-पिता मेरे जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज हैं लेकिन मैं एक टेनिस खिलाड़ी भी हूं।'
 
उन्होंने कहा, मैं अपने बच्चों को प्रेरित करने के लिए निजी सपने पूरा करना चाहती हूं। मैं उम्मीद करती हूं कि विश्वभर में महिला जानती हैं कि वो जो चाहे कर सकती हैं। मां बनना सबसे कठिन काम है, जब आप इसको संतुलित कर लेते हैं तो आप कुछ भी कर सकते हैं। एक अन्य सेमीफाइनल मुकाबले में दो बार की ग्रैंड स्लैम चैंपियन ओसाका का अमेरिकी खिलाड़ी जेनिफर ब्रॉडी से मुकाबला हुआ जिसमें ओसाका ने दो घंटे आठ मिनट तक चले मैच में ब्रॉडी को 7-6, 3-6, 6-3 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया।
इस जीत के साथ ही ओसाका ने अपना लगातार 10वां मैच जीता। यूएस ओपन से पहले ओसाका वेस्टर्न के सर्दन ओपन के फाइनल में पहुंची थी लेकिन चोट के कारण उन्होंने अपना नाम वापस ले लिया था। ओसाका की नजरें अब अपना तीसरा ग्रैंड स्लैम जीतने पर होंगी। ओसाका 2018 में यूएस ओपन की विजेता रही थीं और वह एक बार फिर यह कारनामा दोहराना चाहेंगी।
 
ब्रॉडी पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची थीं लेकिन वह इस मौके को भुनाने में नाकाम रहीं। ओसाका ने मुकाबले में नौ एस लगाए जबकि ब्रॉडी ने 10 एस लगाए। ओसाका ने 35 और ब्रॉडी ने भी 35 विनर्स लगाए। चौथी सीड ओसाका ने 17 बेजां भूलें की और ब्रॉडी ने 25 बेजां भूलें कीं।
 
ओसाका ने कहा, कई बार मैं सोचती हूं कि मेरे पास कठिन होकर खेलने के सिवाए कोई विकल्प नहीं है। ईमानदारी से कहूं तो मैच में आनंद आया क्योंकि टूर्नामेंट के अंत में मुझे बेहतरीन प्रतिद्वंद्वी मिला।
 
उन्होंने कहा, मैं कह सकती हूं इस बार मेरी मानसिकता थोड़ी अलग है। मुझे लगता है कि मैंने करियर में उतार-चढ़ाव से काफी कुछ सीखा है। इसमें फाइनल मुकाबले शामिल नहीं है, मैं सिर्फ नियमित टूर टूर्नामेंट की बात कर रही हूं। मानसिक तौर पर मैं मजबूत हूं और फिट महसूस कर रही हूं। फाइनल मुकाबला मजेदार होगा।
ब्रॉडी ने कहा, मुझे अपनी कोशिश पर गर्व है। मैं इस मुकाबले में उसी मानसिकता के साथ उतरी थी जैसा हर मुकाबले में उतरती हूं। मेरा एक ही लक्ष्य था सभी सिंगल अंक पर कड़ी टक्कर देना। मुझे लगता है कि मैंने ऐसा किया। मैं इस टूर्नामेंट से गर्व के साथ विदा ले रही हूं।