बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप: सिंधू और साथियों की पदक की राह मुश्किल
पीवी सिंधू सहित भारत के स्टार खिलाड़ियों को मंगलवार से यहां क्वालीफायर के साथ शुरू हो रही बैडमिंटन एशिया चैंपियनशिप में पदक की राह में दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की चुनौती का सामना करना होगा।
सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की दुनिया की नंबर एक और गत चैंपियन जोड़ी के अंतिम लम्हों में हटने से इस महाद्वीपीय व्यक्तिगत चैंपियनशिप में भारत की पदक की उम्मीदें अब एकल खिलाड़ियों पर टिकी हैं।
यह ओलंपिक क्वालीफिकेशन रैंकिंग अंक देने वाला आखिरी बड़ा टूर्नामेंट है जिससे इसकी अहमियत बढ़ गई है और इस सप्ताह टूर्नामेंट में कुछ कड़े मुकाबले देखने को मिलेंगे।दो बार की ओलंपिक पदक विजेता सिंधू ने फ्रेंच ओपन क्वार्टर फाइनल में तोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता चीन की चेन यूफेई के खिलाफ मुकाबले को तीन गेम तक खींचकर अपनी पुरानी फॉर्म की झलक दिखाई।
चोट के बाद वापसी करते हुए करीबी मैचों को जीतने में नाकामी के कारण सिंधू की हताशा साफ नजर आई जब स्पेन मास्टर्स में थाईलैंड की सुपानिदा केटथोंग के खिलाफ हार के बाद उन्होंने अपना रैकेट कोर्ट पर दे मारा।
सिंधू को शीर्ष वरीय आन से यंग, ओलंपिक चैंपियन यूफेई, ताइ जु यिंग, अकाने यामागुची और ही बिंगजियाओ जैसी शीर्ष खिलाड़ियों की मौजूदगी वाले टूर्नामेंट में एक बार फिर खुद को परखने का मौका मिलेगा।
पूर्व विश्व चैंपियन सिंधू अपने अभियान की शुरुआत मलेशिया की दुनिया की 33वें नंबर की खिलाड़ी गोह जिन वेई के खिलाफ करेंगी। इस मुकाबले में जीत दर्ज करने पर उन्हें चीन की छठी वरीय हेन युई से भिड़ना पड़ सकता है जिन्हें उन्होंने फरवरी में बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में पांचवीं बार हराया था।
तीसरे दौर में सिंधू की भिड़ंत जापान की यामागुची या थाईलैंड की रतचानोक इंतानोन से हो सकती है।आकर्षी कश्यप को पहले दौर में थाईलैंड की बुसानन ओंगबामरुंगफान से भिड़ना है।
पुरुष एकल में लक्ष्य सेन को पहले ही दौर में शीर्ष वरीय शी युकी की कड़ी चुनौती का सामना करना है। फ्रेंच ओपन और ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के बाद पेरिस ओलंपिक में जगह लगभग पक्की करने वाले लक्ष्य एशियाई खेलों के अपने प्रदर्शन से प्रेरणा लेना चाहेंगे जहां उन्होंने चीन के खिलाड़ी को टीम चैंपियनशिप में हराया था।
सातवें वरीय एचएस प्रणय अपना अभियान ल्यू गुआंग झू के खिलाफ शुरू करेंगे और चीन के खिलाड़ी के खिलाफ तीन हार का बदला चुकता करने का प्रयास करेंगे।दुनिया के 27वें नंबर के खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत के सामने दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी और दूसरे वरीय एंथोनी गिनटिंग की कड़़ी चुनौती है।
युवा भारतीय खिलाड़ी प्रियांशु राजावत को पहले दौर में मलेशिया के ली जी जिया से भिड़ना है।सात्विक-चिराग की गैरमौजूदगी में एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला तथा कृष्ण प्रसाद गारगा और साई प्रतीक के पुरुष युगल में चुनौती पेश करेंगे।
महिला युगल में तनीषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा को फेब्रियाना द्विपुजी कुसुमा और अमालिया कहाया प्रतिवी की इंडोनेशिया की जोड़ी से भिड़ना है जबकि त्रीशा जॉली और गायत्री गोपीचंद अपना अभियान ल्यु शेंग श्यु और टैन निंग की चीन की चौथी वरीय जोड़ी के खिलाफ शुरू करेंगे।
(भाषा)