बोपन्ना-मायनेनी युगल में हारे, लेकिन भारत अब भी डेविस कप फाइनल्स की दौड़ में
क्रालजेवो (सर्बिया)। रोहन बोपन्ना और साकेत मायनेनी की जोड़ी सर्बिया के खिलाफ शनिवार को यहां 'करो या मरो' के युगल मैच में पराजित हो गई जिससे भारत 0-3 से डेविस विश्व ग्रुप प्ले ऑफ मुकाबले गंवा बैठा, हालांकि नए नियमों के अनुसार भारत के पास अब भी 5 महीने में डेविस कप फाइनल्स में जगह बनाने का मौका होगा।
शुक्रवार को दोनों एकल मैच गंवाने के बाद भारत को इसमें बने रहने के लिए जीत की दरकार थी लेकिन बोपन्ना और मायनेनी इसमें विफल रहे। उन्हें निकोला मिलोजेविच और डेनिलो पेत्रोविच की गैर अनुभवी जोड़ी से 2 घंटे 22 मिनट तक चले मैच में 6-7, 2-6, 6-7 से हार का मुंह देखना पड़ा।
हालांकि इससे रविवार को खेले जाने वाले उलट एकल मुकाबलों का कोई महत्व नहीं होगा। बोपन्ना और मायनेनी के पास तीसरे सेट में सेट प्वॉइंट था लेकिन वे सर्विस गंवा बैठे। सर्बियाई खिलाड़ियों ने भारतीयों को और कोई मौका नहीं दिया और मैच जीत लिया। भारत ने इससे सर्बिया से लगातार 3 मुकाबले गंवा दिए हैं जिसमें उसके शीर्ष खिलाड़ी नहीं खेल रहे थे।
भारत से इसमें बेहतर करने की उम्मीद थी, क्योंकि मौजूदा अमेरिकी ओपन चैंपियन नोवाक जोकोविच ने नहीं खेलने का फैसला किया था और फिलिप क्राजिनोविच चोट के कारण हट गए थे। डेविस कप के नए नियमों के अनुसार भारत तुरंत ही एशिया-ओसनिया ग्रुप में वापस नहीं जाएगा।
इसके बजाय भारत 18 टीमों के डेविस कप फाइनल्स (अगले साल 18 से 24 नवंबर तक मैड्रिड या लिली में होने वाले) के लिए क्वालीफाई करने की मुहिम के अंतर्गत फरवरी 2019 में 24 टीम के क्वालीफाइंग टूर्नामेंट (घरेलू और विदेशी मैदान के प्रारूप) में भाग लेगा। 12 विजेता क्वालीफाई करेंगे जबकि 2018 सत्र से सेमीफाइनल में पहुंची 4 टीमों सीधे प्रवेश करेंगी। आईटीएफ शुरुआती डेविस कप फाइनल्स के लिए 2 वाइल्ड कार्ड प्रदान करेगा। (भाषा)