रियो ओलंपिक में साथ खेल सकते हैं पेस-भूपति
नई दिल्ली। कभी भारतीय टेनिस की धुरी कही जाने वाली लिएंडर पेस और महेश भूपति की जोड़ी अपनी पिछली कड़वाहटों को भुलाकर इस वर्ष अगस्त में होने वाले रियो ओलंपिक के लिए एक बार फिर जोड़ी के रूप में खेल सकते हैं।
एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों शीर्ष खिलाड़ियों मुंबई में कुछ दिन पहले मिले थे और दोनों ने साथ खेलते हुए देश के लिए पदक जीतने की अपनी मंशा जाहिर की थी। पेस और भूपति ने जोड़ी के रूप में ढेरों सफलताएं हासिल की हैं।
हालांकि इस जोड़ी को खेलों के महाकुंभ ओलंपिक में अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। पेस ने वर्ष 1996 में अटलांटा ओलंपिक में जरूर एकल मुकाबलों में कांस्य पदक जीता था लेकिन जोड़ी के रूप में पेस-भूपति को अभी अपने पहले पदक की तलाश है।
पेस-भूपति के बीच वर्ष 2006 में एशियाई खेलों के दौरान मतभेद बढ़ गए थे और बात इतनी आगे बढ़ गई कि दोनों ने अलग होने का फैसला ले लिया। पेस ने बाद में कहा था कि वे (पेस-भूपति) अब भी अच्छे दोस्त हैं लेकिन जोड़ी के रूप में वे अब नहीं खेलेंगे।
पेस-भूपति देश हित में वर्ष 2008 बीजिंग ओलंपिक में एक बार फिर से साथ खेले लेकिन उन्हें क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा। लंबे समय के बाद पेस-भूपति वर्ष 2011 में पहली बार किसी ग्रैंड स्लेम ऑस्ट्रेलियन ओपन में साथ में खेलने उतरे लेकिन उन्हें उप विजेता से ही संतोष करना पड़ा।
2012 के लंदन ओलंपिक में दोनों के बीच एक बार फिर मतभेद सामने आए और उन्होंने अलग-अलग जोड़ियों के साथ उतरने का निर्णय लिया। पेस ने विष्णुवर्धन के साथ जबकि भूपति ने रोहन बोपन्ना के साथ जोड़ियां बनाईं। दोनों ही जोड़ियों को यहां सफलता नहीं मिली लेकिन रियो के लिए दोनों स्टार खिलाड़ियों के जोड़ी के रूप में खेलने की संभावनाएं बनती दिख रही हैं और यदि वह एकसाथ खेलने उतरते हैं तो निश्चित रूप से उनका लक्ष्य ओलंपिक में अपने पदकों का खाता खोलने की होगी।
पेस-भूपति को रियो में खेलने के लिए पहले क्वालीफाइंग टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। अभी तक भारत की तरफ से रियो के लिए एकमात्र टेनिस खिलाड़ी स्टार सानिया मिर्जा ने ही क्वालीफाई किया है। (वार्ता)