• Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. PV Sindhu earns a hard fought victory on badminton court after marital status
Written By WD Sports Desk
Last Updated : बुधवार, 15 जनवरी 2025 (13:20 IST)

शादी के ठीक बाद बैडमिंटन कोर्ट पर PV सिंधू को मिली संघर्षपूर्ण जीत

PV Sindhu
पीवी सिंधू के लिए मंगलवार को इंडिया ओपन सुपर 750 बैडमिंटन टूर्नामेंट के दूसरे दौर में आगे बढ़ने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी।दिसंबर में अपनी शादी के कारण सत्र के शुरुआती मलेशिया ओपन सुपर 1000 से चूकने के बाद सिंधू लय हासिल करने के लिए संघर्ष करते दिखी। वह हालांकि दुनिया की 24वें नंबर की चीनी ताइपे की सुंग शुओ युन पर 21-14, 22-20 से जीत हासिल करने में सफल रहीं।

इस जीत के बाद सिंधू ने कहा, ‘‘लंबे ब्रेक के बाद लय हासिल करना हमेशा मुश्किल होता है, लेकिन मैं सीधे गेम में मैच जीतकर खुश हूं। मैं दूसरे गेम में शटल को अपने मनमुताबिक नहीं मार पा रही थी लेकिन मुझे वापसी करने का विश्वास था।’’

विश्व रैंकिंग में 16वें नंबर पर काबिज भारतीय खिलाड़ी का 950,000 डॉलर पुरस्कार राशि वाले टूर्नामेंट के दूसरे दौर में जापान की मनामी सुइजु से मुकाबला होगा।
PV Sindhu
मुझ में जीत की भूख बरकरार, अभी काफी कुछ हासिल करना है: सिंधू

इंडोनेशिया के अनुभवी कोच इरवानस्याह आदि प्रतामा की देखरेख में अभ्यास शुरू करने वाली दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू ने कहा कि करियर के इस चरण में उनके पास सफलता हासिल करने के लिए अभी काफी जज्बा बाकी है।हैदराबाद की इस 29 साल की पूर्व विश्व चैंपियन ने पिछले दो साल में कई कोच के साथ काम किया है लेकिन उन्हें अपेक्षित सफलता नहीं मिली। इसमें पेरिस ओलंपिक में पदक जीतने से विफल रहना भी शामिल है।

पिछले महीने अपनी शादी के बाद मलेशिया ओपन से चूकने के बाद इंडिया ओपन सुपर 750 में वापसी करने वाली सिंधू ने कोच इरवानस्याह की देख-रेख में अभ्यास शुरू कर दिया। इंडोनेशिया के इस कोच को जोनाथन क्रिस्टी और एंथोनी गिंटिंग जैसे पुरुष एकल खिलाड़ियों के करियर को संवारने का श्रेय दिया जाता है।

सिंधू ने कहा, ‘‘मैं अभी  बेंगलुरु में कोच इरवानस्याह के देखरेख अभ्यास कर रही हूं। अभी डेढ़ सप्ताह ही हुए हैं। मूल रूप से वह महिला एकल कोच हैं और साथ ही वह कुछ युवा लड़कों को भी प्रशिक्षित कर रहे हैं। मैं उनके साथ काम जारी रखना चाहती हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कोच और खिलाड़ी के बीच समझ काफी अहम होती है। इसमें समय लगेगा। हमें एक-दूसरे की सोच को समझने के लिए कुछ अभ्यास सत्रों की आवश्यकता होगी।’’

भारत की इस शीर्ष महिला खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मैंने उसके बारे में बहुत कुछ सुना है और मुझे लगा कि वह मेरे लिए सही कोच है। जिस तरह से वह प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ियों को लेकर जिस तरह से योजना बनाते हैं वह शानदार है।’’(भाषा)