साक्षी को ढाई करोड़ का चेक, बनीं 'बेटी बचाओ' एम्बेसेडर
नई दिल्ली। भारत को रियो ओलंपिक खेलों का पहला पदक दिलवाने वाली महिला पहलवान और कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक बुधवार को स्वदेश लौट आईं, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया। वहीं हरियाणा सरकार ने महिला खिलाड़ी को नकद पुरस्कार देने के साथ ही 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का ब्रांड एम्बेसेडर नियुक्त किया है।
साक्षी जब इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर पहुंची तो वहां बड़ी संख्या में मौजूद लोगों ने उनका फूलमालाएं पहनाकर जमकर स्वागत किया। साक्षी ने यहां पत्रकारों से कहा कि पूरे हिन्दुस्तान ने मेरा साथ दिया और जिस तरह का स्वागत मेरा हुआ है, मैं उसे देखकर हैरान हूं और बहुत ही खुश हूं। मैं सभी की आभारी हूं।
इसके बाद बहादुरगढ़ में साक्षी के सम्मान में एक खास कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने महिला पहलवान को 2.50 करोड़ रुपए का चेक वितरित किया। इस दौरान राज्य सरकार के खेलमंत्री अनिल विज भी साक्षी के साथ मौजूद थे। विज भी रियो ओलंपिक से लौटे हैं। इसके अलावा कई अन्य मंत्री और बड़े अधिकारी भी मौजूद थे।
इसी दौरान हरियाणा के मुख्यमंत्री ने साक्षी को राज्य में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान का ब्रांड एम्बेसेडर भी नियुक्त किया। उन्होंने कहा कि साक्षी राज्य में इस अभियान का चेहरा होंगी।
साक्षी ने महिलाओं के 58 किग्रा भार वर्ग कुश्ती में रेपचेज राउंड में कांस्य पदक जीता था, जो रियो ओलंपिक खेलों में भारत को मिला पहला पदक था। इसके बाद बैडमिंटन में पीवी सिंधु ने रजत पदक जीता और 118 सदस्यीय भारतीय दल मात्र इन 2 महिलाओं के पदक के साथ ही स्वदेश लौट सका। (वार्ता)