इंदौर। अभी तक विश्व के नामी राइडरों को उबड़-खाबड़ ट्रैक पर जांबाज प्रदर्शन करते हुए टेलीविजन पर ही देखा होगा, लेकिन अनेक देशों के खिलाड़ी अपने जौहर दिखाने के लिए इंदौरी जमीं पर आ रहे हैं। इंदौर नेशनल रेसिंग क्लब की मेजबानी में दशहरा मैदान पर एमआरएफ मो-ग्रीप एफएमएससीआई इंटरनेशनल व नेशनल सुपर क्रॉस चैम्पियनशिप 23 से 25 नवम्बर तक भव्य स्तर पर आयोजित की जा रही है।
आयोजन समिति के अध्यक्ष एकलव्य सिंह गौड़, सचिव यशराज राठौर व गाड स्पीड क्लब पुणे के प्रमोटर श्याम कोठारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस स्पर्धा में भारत के अलावा अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, न्यूजीलैंड, रूस, श्रीलंका, ऑस्ट्रिया समेत 15 देशों के नामी राइडर्स शिरकत कर रहे हैं।
हजार दर्शकों की बैठक व्यवस्था रहेगी, बल्कि उबड़-खाबड़ व अन्य बाधाओं वाले ट्रैक भी बनाए जाएंगे। यह पूरी स्पर्धा दुधिया रोशनी में आयोजित की जाएगी और इस अस्थाई स्टेडियम में फ्लड लाइट के अनेक टॉवर भी लगाए जाएंगे।
स्पर्धा के मुकाबले प्रतिदिन शाम 6 बजे से देर रात तक जारी रहेंगे। 23 नवम्बर को प्रैक्टिस सेशन रहेगा तथा 24 व 25 नवम्बर को मुकाबले आयोजित किए जाएंगे। भारत के भी अनेक सितारा खिलाड़ी इस स्पर्धा में अपनी चुनौती पेश करने आ रहे हैं। इसी दौरान नेशनल चैम्पियनशिप का भी आयोजन किया जाएगा।
इंदौर में 20 साल बाद होगा मोटोक्रॉस का आयोजन : करीब 20 साल पहले डॉ. सुरेन्द्र दिल्लीवाल के नेतृत्व में इंदौर के नेहरू स्टेडियम में मोटोक्रॉस का आयोजन हुआ था। इसे पूरे शहर ने सराहा था। इसके बाद येपहला अवसर है जबकि इतने विशाल पैमाने पर इंदौर में एमआरएफ मो-ग्रीप एफएमएससीआई इंटरनेशनल व नेशनल सुपर क्रॉस चैम्पियनशिप आयोजित की जा रही है।
गाड स्पीड क्लब पुणे के प्रमोटर श्याम कोठरी ने बताया कि इस आयोजन में विजेताओं के लिए ट्रॉफी और करीब साढ़े तीन लाख रुपए की पुरस्कार राशि रखी गई है। इसमें सभी नियमों का पालन किया जाएगा। मीट से पहले प्रतिभागियों का ट्रैक पर टेस्ट होगा।
एकलव्य गौड़ ने कहा कि दशहरा मैदान पर ट्रैक को खोदा नहीं जाएगा। ट्रैक के उपयोग में लाई गई मिट्टी को आयोजन के बाद पूरे मैदान में बिछा दिया जाएगा।
इस आयोजन के सचिव यशराज राठौर खुद भी राष्ट्रीय स्तर के राइडर रह चुके हैं। यशराज ने कई स्पर्धाओं में हिस्सा लेकर उपलब्धियां हासिल की हैं। यहां तक कि हिमालयन रेस के दौरान वे गंभीर रूप से घायल भी हो गए थे लेकिन इसके बाद भी मोटोक्रास के प्रति उनका जुनून कम नहीं हुआ।
नन्हें राइडर्स भी दिखाएंगे कमाल : इस स्पर्धा के दौरान 14 वर्ष से कम आयु वर्ग के खिलाडिय़ों की रेस भी अलग से आयोजित की जा रही है, जो कि विशेष आकर्षण का केन्द्र रहेगी, क्योंकि जब यह नन्हें राइडर्स ट्रैक पर कमाल दिखाएंगे तो दृश्य काफी दर्शनीय होंगे।
14 वर्ष से कम आयु वर्ग में वही राइडर्स भाग ले सकेंगे जो एसोसिशन से सम्बद्ध हैं और सभी औपचारिकताएं पूर्ण करते हैं। आयोजन के वक्त बच्चों के माता पिता भी मौजूद रहेंगे। इस स्पर्धा को सफल संचालित करने के लिए वीरेंद्र शेडगे, सोनू राठौर, भागीरथ राठौर व मोहन राठौर भी जुटे हुए हैं और प्रयास यही है कि यह स्पर्धा शहर में अपनी अमिट छाप छोड़े। (वेबदुनिया न्यूज)