ओलम्पिक खेलो पर देखो और इंतजार करो की नीति पर चलेगा IOA
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के कारण इस साल 24 जुलाई से होने वाले टोक्यो ओलम्पिक खेलो को स्थगित करने की अटकलें तेजी से बढ़ती जा रही हैं और भारतीय ओलम्पिक संघ (आईओए) ने कहा है कि वह ओलंपिक में हिस्सा लेने पर अगले 1 महीने तक देखो और इंतजार करो की नीति पर चलेगा।
कनाडा और ऑस्ट्रेलिया ने टोक्यो ओलम्पिक से हटने का फैसला कर लिया है। कनाडा ओलंपिक से हटने वाला पहले देश बना था जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने भी हटने का फैसला किया। कनाडा ओलंपिक समिति और कनाडा पैरा ओलंपिक समिति ने कहा है कि उसके लिए अपनी एथलीटों को ओलंपिक और पैरा ओलंपिक में भेजना बहुत मुश्किल होगा।
ऑस्ट्रेलिया ने टोक्यो 2020 से हटने की घोषणा करते हुए कहा कि वह अपने खिलाड़ियों इन खेलों में नहीं भेजेगा यदि इन खेलों का आयोजन निर्धारित कार्यक्रम पर होता है। अंतराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के अध्यक्ष थॉमस बाक का कहना है कि ओलंपिक स्थगित करने को लेकर कोई भी फैसला चार सप्ताह के अंदर लिए जाएगा जबकि जापान के प्रधानमंत्री शिंजो ऑबे ने संकेत दिया है कि मौजूदा हालात को देखते हुए टोक्यो ओलम्पिक स्थगित किए जा सकते हैं।
आईओए के महासचिव राजीव मेहता ने ओलंपिक में भारत की भागीदारी के संदर्भ में कहा, 'हम कोरोना से उत्पन्न भयावह स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए हैं। हम अगले एक महीने तक देखो और इंतजार करो की नीति पर चल रहे हैं और हम कोई फैसला आईओसी और खेल मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श के बाद ही लेंगे।'
जानलेवा बन चुके कोरोना वायरस के अबतक दुनियाभर में करीब 3 लाख मामले सामने चुके हैं और करीब 13 हजरों लोगों की इस वायरस के चपेट में आने के कारण मौत हो गई हैं। इस वायरस के स्त्रोत चीन इसके नए मामले आने थम चुके है लेकिन यूरोप में ख़ास कर तेजी से फ़ैल चुका है।
भारत में देश के 75 जिलों में लॉकडाउन घोषित हो चुका है और जिंदगी जैसे थम गई है। भारत में रविवार को
जनता कर्फ्यू लगाया गया था ताकि लोग घरों में रह सकें। खेल के तमाम केंद्र बंद किए जा चुके है और केवल वही शिविर जारी हैं जहां ओलंपिक ट्रेनिंग चल रही है।