रविवार, 29 सितम्बर 2024
  • Webdunia Deals
  1. खेल-संसार
  2. अन्य खेल
  3. समाचार
  4. Kalinga Stadium
Written By
Last Modified: सोमवार, 3 जुलाई 2017 (08:40 IST)

रिकॉर्ड 90 दिनों में तैयार हुआ कलिंग स्टेडियम

रिकॉर्ड 90 दिनों में तैयार हुआ कलिंग स्टेडियम - Kalinga Stadium
भुवनेश्वर। 7 साल पहले दिल्ली में 2010 में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में स्टेडियम अंतिम समय तक तैयार होते रहे थे लेकिन ओडिशा सरकार ने 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए कलिंग स्टेडियम को मात्र 90 दिन में ही तैयार कर जैसे एक रिकॉर्ड बना दिया। 
 
भुवनेश्वर स्थित कलिंग स्टेडियम में 22वीं एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप का आयोजन 6 से 9 जुलाई तक होगा। यह आयोजन भारत में पहले भी 2 बार दिल्ली (1989) और पुणे  (2013) हो चुका है। इस प्रतियोगिता के तहत 45 देशों के करीब 1,000 एथलीट ट्रैक और  फील्ड स्पर्धाओं में भाग लेंगे। विजेताओं को आईएएएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप लंदन, 2017 में  भाग लेने का सीधा मौका मिलेगा।
 
एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप की मेजबानी के लिए भुवनेश्वर शहर के सुंदरीकरण समेत कलिंग स्टेडिटम के नवीकरण का सारा काम रिकॉर्ड समय में पूरा हुआ है। यह आयोजन पहले रांची में होना था, पर अंतिम समय में उसने हाथ खींच लिए और इस तरह भुवनेश्वर को तैयारियों के लिए सिर्फ 90 दिन मिले और यह समय ओडिशा सरकार द्वारा मेजबानी के लिए हां कहने के दिन से ही शुरू हुआ। 
 
कलिंग स्टेडियम के पुनरुद्धार का काम 17 जून तक पूरा हो गया था। इसमें प्रतिस्पर्धा क्षेत्र, वॉर्मअप एरिया, हाईमास्ट फ्लड लाइट के साथ-साथ बैठने वाली जगह और स्टेडियम के बाहरी या दिखाई देने वाले हिस्से का सुंदरीकरण शामिल है। किए गए काम में स्टेडियम के अंदर के सभी कमरे और सभी प्रसाधन कक्षों का पुनरुद्धार तथा दर्शकों के लिए 5,000 नई सीटें लगाना शामिल है।
 
ओडिशा सरकार ने यह चुनौती ली और पूरी सावधानी से काम करते हुए प्रत्एक कार्य को चरणों में बांटकर पूरा करने के लिए विशेष टीम लगाई। राज्य सरकार के लिए यह बजट वाला आयोजन नहीं था इसलिए स्टेडियम के विकास के लिए सारा धन राज्य को आवंटित आपात कोष से लिया गया जबकि कई कॉर्पोरेट इस आयोजन के समर्थन में वित्तीय सहायता देने के लिए आगे आए।
 
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने पूरी तरह नए कलिंग स्टेडियम का शनिवार को उद्घाटन किया। इस मौके पर भुवनेश्वर शहर के लिए एक सांस्कृतिक आयोजन भी किया गया। मुख्यमंत्री ने चैंपियनशिप के लिए अनूठे डिजाइन वाले मेडल के साथ-साथ प्रशस्ति पत्रों का भी लोकार्पण किया और यह इस स्टेडियम के हरेक उस क्षेत्र में हुआ जिसका पुनरुद्धार किया गया है।
 
इसके साथ ही एशिया के प्रमुख ट्रैक और फील्ड आयोजन के लिए कलिंग स्टेडियम के दरवाजे खोल दिए गए। इस मौके पर ओडिशा के एथलीट मौजूद थे। इनमें भिन्न खेल आयोजनों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके एथलीट भी थे।
 
पटनायक ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को गौरव दिलाने वाले राज्य के प्रमुख एथलीटों दुत्ती चंद, श्रावणी नंदा, अमिय कुमार मालिक और जॉना मूर्मू को 3 लाख रुपए के चेक भी बांटे।
 
ओलंपियन और 100 मीटर महिला राष्ट्रीय रिकॉर्डधारी अनुराधा बिस्वाल, एशियन गेम्स सिल्वर मेडलिस्ट प्रणति मिश्रा, सुषमा बेहरा, भारत की पूर्व महिला फुटबॉल कप्तान श्रद्धांजलि सामंत्रे, पुलिस मीट के लिए चुनी गई बनिता लकड़ा और भुवनेश्वर के मशहूर स्पोर्ट्स हॉस्टल की एथलीट तिकड़ी लतिका बेसरा, रायबरी तिरिया और संयुक्ता मलिक ने नए बने ट्रैक पर उद्घाटन दौड़ में हिस्सा लिया और फीता काटकर ट्रैक को खुला घोषित  किया।
 
इसके बाद गोल्फ कार्ट पर मुख्यमंत्री को स्टेडियम दिखाया गया और मुख्य ट्रैक समेत सभी  वैसे क्षेत्र दिखाए गए जिनका पुनरुद्धार किया गया है। इनमें मुख्य ट्रैक, वॉर्मअप ट्रैक, नए  स्थापित एलिवेटर और अपने किस्म के अनूठे हाईमास्ट फ्लडलाइट शामिल हैं।
 
मुख्यमंत्री पटनायक ने कहा कि ओडिशा ने लंबी दूर तय कर ली है। आपदा प्रबंध में अंतरराष्ट्रीय मानक तय करने के बाद देश में आहार सुरक्षा के क्षेत्र में अहम भूमिका निभाते हुए पारदर्शिता और भ्रष्टाचार विरोधी उपायों के लिए जाना जाने वाला प्रदेश बन गया है। हमने यह चुनौती दुनिया को यह दिखाने के लिए ली है कि हम कितनी दूर आ चुके हैं। राज्य के लोगों ने हम पर जो विश्वास किया है, उससे हम भुवनेश्वर को देश का नंबर 1 स्मार्ट शहर बना पाए हैं। 
 
पटनायक ने कहा कि एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप से हम यह भी दिखाना चाहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय खेल आयोजनों के लिए हम कितने तैयार हैं। अगले साल हम हॉकी वर्ल्ड कप का भी आयोजन करेंगे और भविष्य में हम भारत में होने वाले बड़े खेल आयोजनों के लिए सबसे पसंदीदा शहरों में से एक होना चाहते हैं। (वार्ता)
ये भी पढ़ें
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका दौरे का करेंगे बहिष्कार