विंबलडन चैंपियन नोवोत्ना का निधन
प्राग/लंदन। पूर्व विंबलडन चैंपियन और 16 बार की युगल ग्रैंड स्लेम विजेता चेक गणराज्य की टेनिस खिलाड़ी जाना नोवोत्ना का कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद सोमवार को निधन हो गया। वह 49 वर्ष की थी।
महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) ने एक बयान में इसकी जानकारी दी। वर्ष 1998 में जाना विंबलडन चैंपियन बनी थीं और करियर में उन्होंने महिला युगल और मिश्रित युगल वर्ग में कुल 16 ग्रैंड स्लेम हासिल किए। जाना वर्ष 2005 में हॉल ऑफ फेम में शामिल हुई थीं।
डब्ल्यूटीए ने बताया कि जाना का निधन हुआ, तब वे अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के बीच थीं। अपने 14 वर्ष के पेशेवर टेनिस करियर में उन्होंने 24 डब्ल्यूटीए एकल खिताब जीते और कुल 76 युगल खिताब हासिल किए। जाना ने 1998 में जाकर अपना पहला और एकमात्र एकल ग्रैंड स्लेम विंबलडन के रूप में हासिल किया जबकि इससे पहले वर्ष 1993 और 1997 में वह फाइनल तक पहुंची थीं।
चेक टेनिस खिलाड़ी वर्ष 1993 में स्टेफी ग्राफ के खिलाफ फाइनल में जीत से वंचित रहने के बाद इस कदर रोई थीं कि खुद ब्रिटिश रानी को आकर उन्हें शांत कराना पड़ा था। डब्ल्यूटीए मुख्य कार्यकारी स्टीव साइमन ने कहा 'जाना कोर्ट पर और कोर्ट के बाहर सभी के लिए प्रेरणास्त्रोत थीं।'
टेनिस छोड़ने के बाद भी जाना कोचिंग, टीवी कमेंट्री और मेजर टूर्नामेंटों में हिस्सा लेकर टेनिस से जुड़ी रही थीं। उन्होंने 2013 विंबलडन चैंपियन मारियन बार्तोली और चेक खिलाड़ी बारबोरा क्रेजिकोवा के लिए भी कोचिंग की थी।
वह महिला एकल रैंकिंग में विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी तक पहुंचीं और युगल में कई बार शीर्ष रैंकिंग पर पहुंची थीं। उन्होंने तीन बार ओलंपिक पदक जीते जिसमें एकल में कांस्य और अटलांटा 1996 ओलंपिक के युगल में हेलेना सुकोवा के साथ रजत जीता था। इस जोड़ी ने 1988 ओलंपिक में भी रजत जीता और चेकोस्लोवाकिया फेड कप टीम का भी हिस्सा रहीं।