पिता थे चपरासी, बेटा बना भारतीय फुटबॉल टीम का मेसी
यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के एक फुटबॉल खिलाड़ी नीशू कुमार को भारतीय नेशनल टीम में शामिल किया गया है। उन्हें भारतीय टीम में डिफेंडर के रूप में शामिल किया गया है। राष्ट्रीय टीम में बेटे के सेलेक्ट होने पर परिवार वाले काफी खुश है। नीशू की इतनी बड़ी उपलब्धि के बारे में उनके आस-पास रहने वाले लोगों को पता भी नहीं है।
21 वर्षीय नीशू कुमार भारत की अंडर-15 और अंडर-16 टीम के सदस्य के रूप में इंडोनेशिया, मलेशिया, थाईलैंड, जापान, यूरोप, खाड़ी और रशियन देशों में फुटबॉल खेल चुके हैं। एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं। नीशू के पिता एक कॉलेज में चपरासी थे।
गरीबी और असुविधाओं के बावजूद नीशू ने फुटबॉल के प्रति अपने जुनून को कम नहीं होने दिया। उन्होंने 5 साल की उम्र से ही फुटबॉल खेलना शुरू किया और स्कूल में स्पोर्ट्स टीचर की देख-रेख में उन्होंने प्रैक्टिस की और आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बना ली है।
नीशू का परिवार करीब 50 साल पहले नेपाल से यहां आकर बसा था। नीशू के घरवाले बताते हैं कि नीशू ने राष्ट्रीय टीम में आन के लिए बहुत मेहनत की है। नीशू ने 2009 में चंडीगढ़ फुटबॉल एकेडमी से अपने करियर की शुरुआत की थी। 2010 में चंडीगढ़ एकेडमी की तरफ से पहली बार विदेश का दौरा किया। उन्होंने एकेडमी टीम का बतौर कप्तान प्रतिनिधित्व किया। (फोटो साभार- फेसबुक)