बेलग्राद। स्थानापन्न खिलाड़ी एलेक्सांद्र प्रिजाकोविच के एकमात्र गोल की बदौलत सर्बिया ने जार्जिया को 1-0 से मात देते हुए तो रूस में होने वाले फुटबॉल विश्वकप 2018 में प्रवेश हासिल कर लिया जबकि दूसरे स्थान पर रही आयरलैंड ने भी वेल्स को भी इसी तरह एकमात्र गोल से चौंकाते हुए प्लेऑफ में स्थान पक्का कर लिया है।
बेलग्राद में खेले गए इस रोमांचक मुकाबले में स्थानापन्न खिलाड़ी प्रिजाकोविच ने 74वें मिनट में सर्बिया के लिए न सिर्फ विजयी गोल दागा बल्कि उसे विश्वकप का टिकट भी दिला दिया। राजो मितिक स्टेडियम में सर्बिया इस जीत के साथ 10 मैचों में 21 अंक लेकिर ग्रुप डी का विजेता रहा जबकि आयरलैंड उससे दो अंक पीछे ग्रुप में दूसरे नंबर पर रही जिसने वेल्स को 1-0 से मात देकर प्लेऑफ में जगह पक्की की।
यह दूसरा मौका है जब सर्बिया ने फीफा विश्वकप फाइनल्स में जगह बनाई है। वह इससे पहले 2010 में फाइनल्स में पहुंची थी जब वह दक्षिण अफ्रीका में हुए टूर्नामेंट के ग्रुप चरण से ही बाहर हो गई थी और इसके बाद अगली तीन अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिपों में नहीं खेल सकी थी।
टीम के कोच स्लावोलिजुब मुस्लिम ने टीम के क्वालीफाई करने पर खुशी जताई क्योंकि इससे पहले ऑस्ट्रिया के खिलाफ शुक्रवार को सर्बिया 2-3 से मैच गंवा बैठी थी, लेकिन जार्जिया के खिलाफ दबाव में खेलते हुए सर्बियाई टीम ने काफी आक्रामकता दिखाई और कई प्रयासों के बाद प्रिजाकोविच ने स्ट्राइकर मित्रोविच के क्रास पर काफी करीब से गोल दाग दिया।
विश्व क्वालिफायर मुकाबलों में आयरलैंड की टीम ने भी बड़ा उलटफेर किया और वेल्स पर 1-0 की जीत के साथ प्लेऑफ में प्रवेश कर लिया। ग्रुप डी की दोनों ही टीमें सर्बिया से नीचे थीं और उन्हें दूसरा स्थान सुनिश्चित करने के लिए हर हालत में तीन अंकों की जरूरत थी। अंतत: जेम्स मैकक्लीन के गोल की बदौलत आयरलैंड विजेता बनी।
कार्डिफ सिटी स्टेडियम में हुए मुकाबले में मार्टिन ओ नील की आयरिश टीम को पहले वेल्स के सामने दबाव में देखा जा रहा था, वहीं क्रिस कोलमैन की टीम मैच से पहले दूसरे पायदान पर थी और बेहतर स्थिति में दिखाई दे रही थी, लेकिन 1958 के बाद पहली बार विश्वकप फाइनल्स में पहुंचने की उसकी उम्मीदें एकमात्र गोल अंतर से समाप्त हो गईं।
वेल्स को चोट के कारण मैच से बाहर रहे रियाल मैड्रिड के स्टार खिलाड़ी गैरेथ बेल की अनुपस्थिति का भी नुकसान उठाना पड़ा। बेल स्टैंड में बैठकर मैच देखते रहे और 12 विश्वकप क्वालिफायर में वेल्स को पहली हार झेलनी पड़ गई। आयरलैंड ग्रुप डी में 19 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर रही और कई ड्रॉ खेलने वाली वेल्स दो अंक पीछे तीसरे स्थान पर रही।
दोनों टीमों के बीच मैच से पहले क्रोएशिया की यूक्रेन पर जीत की खबरों ने भी वेल्स पर दबाव बढ़ा दिया क्योंकि इसके बाद वेल्स के लिए प्लेऑफ में पहुंचने के लिए ड्रॉ काफी नहीं था। आयरलैंड की टीम ने वर्ष 2002 विश्वकप के बाद से ही मुख्य टूर्नामेंट में क्वालीफाई नहीं किया है जबकि 2010 में फ्रांस के विवादास्पद गोल की वजह से वह बाहर हो गई थी। वह अब दो चरणों के प्लेऑफ में उतरेगी जो 17 अक्टूबर से शुरू होंगे।
कीव में हुए एक अन्य रोमांचक क्वालिफायर मुकाबले में क्रोएशियाई टीम ने यूक्रेन पर 2-0 की जीत के साथ प्लेऑफ में जगह पक्की कर ली है। स्ट्राइकर आंद्रेज क्रमारिच ने दूसरे हाफ में दो गोल दागते हुए ग्रुप एक में क्रोएशिया को दूसरा स्थान दिला दिया।
फिनलैंड के खिलाफ 1-1 के ड्रॉ से नाराज़ होने के बाद कोच आंटे कासिस की जगह ज्लाटको डालिच को नियुक्त करने के बाद भी क्रोएशियाई टीम कुछ घबराई हुई दिखी, लेकिन उसने पहले हाफ के दो मिनट में दो कार्नर हासिल किए जबकि मेजबान टीम ने दो बढ़िया मौके गंवाए। मैच का पहला हाफ गोल रहित ड्रॉ समाप्त हुआ।
लेकिन क्रमारिच ने 62वें मिनट में बेहतरीन हैडर से क्रोएशिया को बढ़त दिलाई और 70वें मिनट में दूसरा गोल कर जीत सुनिश्चित कर दी। क्रोएशिया अपने ग्रुप में 20 अंकों के साथ दूसरे नंबर पर जबकि यूक्रेन 17 अंकों के साथ तीसरे पायदान पर रही। (वार्ता)