FIFA में सुधार के लिए लेने होंगे कड़े फैसले-IOC अध्यक्ष
पेरिस। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाश ने कहा है कि भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण वैश्विक स्तर पर आलोचना झेल रहे अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल महासंघ (फीफा) में सुधार के लिए कड़े फैसले लेने होंगे।
फीफा भ्रष्टाचार की तुलना आईओसी के साल्टलेक सिटी घोटाले से करते हुए बाश ने कहा कि फीफा में रिश्वत और भ्रष्टाचार का मामला बहुत बड़ा है और इसकी तुलना किसी अन्य घोटाले से नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा, फीफा में भ्रष्टाचार और रिश्वत का मामला अधिकारियों से सीधे तौर पर जुड़ा है और अब इस वैश्विक संगठन को यदि खोए भरोसे को वापस लाना है तो कड़े फैसले लेने होंगे।
बाश ने कहा, फीफा को संगठन में सुधारों की तरफ कदम तेजी से बढ़ाने चाहिए। आईओसी जैसे दूसरे वैश्विक खेल संगठनों की तर्ज पर काम करना चाहिए। वर्ष 1990 के आखिर में साल्टलेक भ्रष्टाचार और रिश्वत मामला सामने आने के बाद आईओसी ने कड़े कदम और सख्त फैसले लेकर यह वैश्विक संगठन अपने खोए भरोसे और विश्वसनीसता को वापस लाने में कामयाब रहा था।
आईओसी अध्यक्ष ने कहा, हमारा उद्देश्य नहीं है कि हम फीफा को किसी तरह की सलाह दें, लेकिन यहां सिर्फ याद दिलाने के लिए है कि जो परेशानी इस वक्त फीफा झेल रहा है, वह करीब 15 वर्ष पहले आईओसी झेल चुका है। हमने अपने अनुभव से सीखा है और सबसे बेहतर यह है कि हम अपने इतिहास से सीखें और उसके अनुकूल कार्य करें।
बाश ने कहा, आईओसी ने भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद संगठनात्मक स्तर पर सुधार किए थे और कई बड़े बदलाव किए थे। इसके अलावा हमने आईओसी सदस्यों को मेजबानी के लिए बोली लगाने वाले शहरों का दौरा करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था और समिति में एथलीटों को शामिल करने की दिशा में भी काम किया था। (वार्ता)