पुणे को 4-0 से हराकर गोवा की उम्मीदें कायम
पुणे। एफसी गोवा ने श्री शिव छत्रपति स्पोर्ट्स काम्पलेक्स स्टेडियम में मेजबान एफसी पुणे सिटी को रविवार को 4-0 से हराते हुए हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के चौथे सीजन के प्लेऑफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को बरकरार रखा।
पुणे को सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए सिर्फ एक अंक की जरूरत थी लेकिन उसके खिलाड़ी शुरुआत से ही लयविहीन दिखे, जिसका फायदा उठाकर गोवा ने बीती हार का हिसाब बराबर करते हुए पूरे तीन अंक हासिल किए। गोवा के अब 16 मैचों से 24 अंक हो गए हैं और मुम्बई सिटी एफसी को पीछे करते हुए छठे स्थान पर पहुंच गया है।
गोवा अगर अपने बाकी के दो मैच जीत लेता है और दौड़ में शामिल बाकी की टीमों को अप्रत्याशित परिणाम का सामना करना पड़ता है तो वह सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी। पुणे के 17 मैचों से 29 अंक हैं और वह तालिका में अब भी दूसरे स्थान पर है। अंतिम मैच में उसे हर हाल में जीतना होगा या कम से कम ड्रॉ खेलना होगा। आगे जाने की होड़ में दोनों टीमों के बीच की प्रतिस्पर्धा का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नौवें मिनट में ही गोवा के दो खिलाड़ियों हुगो बोउमोस और मैनुएल लेंजारोते को पीला कार्ड दिखाया गया।
11वें मिनट में पुणे के लिए मार्सेलिन्हो ने एक अच्छा मौका बनाया और 25 गज से अच्छा शॉट लिया। साहिल पवार ने उसे हैडर के जरिए गोल में पहुंचाने का प्रयास किया परंतु गेंद क्रासबार के ऊपर से निकल गई। इसके बाद दोनों टीमों के ओर से कोई बड़ा हमला नहीं हुआ। 26वें मिनट में पुणे के डिफेंडर आदिल खान ने बॉक्स में बाउमोस को गिरा दिया, जिस पर रेफरी ने पुणे के खिलाफ पेनल्टी दे दी।
लेंजारोते ने विशाल कैथ को छकाते हुए अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया। 30वें मिनट में पुणे के डिएगो कार्लोस और इसी मिनट में गोवा के प्रणॉय हल्धर को पीला कार्ड मिला। इसके बाद 34वें मिनट में मार्सेलिन्हो को पीले कार्ड के दर्शन हुए। गोवा के गोलकीपर नवीन कुमार ने 41वें और 42वें मिनट में दो बेहतरीन बचाव करते हुए पुणे को आगे जाने से रोका। दोनों हमलों में डिएगो कार्लोस और मार्सेलिन्हो की भागीदारी थी। इंजरी टाइम में गोवा ने अपना स्कोर 2-0 करने का एक बेहतरीन मौका गंवा दिया।
बोउमोस और कोरोमिनास ने संयुक्त हमले में पुणे के डिफेंडरों को छका दिया था लेकिन कैथ ने उनके अंतिम प्रयास को ब्लॉक करते हुए उच्चस्तरीय गोलकीपिंग का प्रदर्शन किया। दूसरे हाफ में गोवा ने 46वें मिनट में एक बेहतरीन मूव बनाया लेकिन कैथ ने एक बार फिर उसे बेकार कर दिया। इसके एक मिनट बाद बोउमोस ने एक बार फिर एक अच्छा मूव बनाया और गोल की तरफ शॉट खेला लेकिन गेंद क्रासबार से टकराकर वापस लौट आई। बोउमोस ने हालांकि रीबाउंड होकर लौटी गेंद पर त्वरित कार्यवाही की और गोल की तरह शॉट खेला कैथ से उसे रोकने का प्रयास किया।
इस प्रक्रिया में उनका हाथ गेंद से लगा भी लेकिन गेंद सीधे गोल में घुस गई। बोउमोस ने यह गोल कोरोमिनास के पास पर किया। पुणे ने 49वें और 51वें मिनट में दो बदलाव किए लेकिन इसका उसे कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि गोवा ने 58वें मिनट में तीसरा गोल करते हुए 3-0 की बढ़त ले ली। यह गोल कोरोमिनास ने किया और बोउमोस ने इसमें उनकी मदद की। 62वें मिनट में कैथ ने गोवा को चौथा गोल करने से रोका।
63वें मिनट में मार्सेलिन्हो गोल करते सकते थे लेकिन साथियों की मदद न लेने के कारण वह नाकाम हो गए। कैथ अपनी टीम को लगातार मुश्किलों से बचाने के प्रयास में जुटे थे लेकिन उनके साथी लगातार गलतियां कर रहे थे। इसी तरह की एक गलती पुणे की टीम ने 65वें मिनट में की, जिस पर गोवा को पेनल्टी मिला। कोरोमिनास ने बिना कोई गलती किए उसे गोल में तब्दील कर दिया। सार्थक गोलुई द्वारा मंडार राव देसाई द्वारा लिए गए शॉट पर हाथ लगाने के कारण गोवा को यह पेनल्टी मिला।
79वे मिनट में सार्थक को पीला कार्ड मिला और 80वें मिनट में पुणे के सबसे बड़े स्टार मार्सेलिन्हो को दूसरा पीला कार्ड मिला। मार्सेलिन्हो बाहर गए और पुणे को 10 खिलाड़ियों के साथ आगे का खेल खेलना पड़ा। मार्सेलिन्हो अब अपनी टीम के अंतिम मैच में भी नहीं खेल सकेंगे। पुणे के गोलकीपर कैथ की जितनी तारीफ की जाए कम है। इस खिलाड़ी ने उच्चस्तरीय प्रदर्शन करते हुए अंतिम पलों में भी एक बेहतरीन बचाव किया। कैथ अगर आज फार्म में नहीं होते तो पुणे यह मैच कम से कम सात गोलों के अंतर से हारी होती। (वार्ता)