कोरिया के खिलाफ भारत का पलड़ा भारी
चंडीगढ़। एकल खिलाड़ियों को लगी चोटों और रियो जाने वाले युगल खिलाड़ियों के बीच आपस में विश्वास के अभाव के बावजूद भारत को उम्मीद है कि शुक्रवार से यहां कोरिया के खिलाफ एशिया-ओशियाना ग्रुप वन डेविस कप मुकाबले में रामकुमार रामानाथन और साकेत माइनेनी उसके लिए बेहतरीन प्रदर्शन करेंगे।
21 बरस के रामकुमार पहली बार डेविस कप खेलेंगे, क्योंकि युकी भांबरी और सोमदेव देववर्मन चोटिल हैं।
चेन्नई के इस खिलाड़ी की ऊर्जा, जुनून और तेज-तर्रार स्ट्रोक्स का कोई जवाब नहीं, खासकर जब वे फोरहैंड पर खेलते हैं लेकिन लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाने से वे आगे नहीं जा सके। उनके लिए डेविस कप मैच जीतकर अपनी साख बेहतर करने का मौका है।
उन्होंने कुछ कठिन मैच जीते हैं लेकिन कुछ करीबी मुकाबले हारे भी हैं। माइनेनी के साथ मिलकर वे कोरियाई खिलाड़ियों की परेशानी का सबब बन सकते हैं। कोरिया अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी हियोन चुंग के बिना यहां आई है।
उनकी गैरमौजूदगी में कोरियाई खेमे में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी सियोंग चान होंग है जिनकी एटीपी एकल रैंकिंग 427 है। योंग क्यू लिम (626), युनसियोंग चुंग (628) और होंग चुंग (655) बाकी खिलाड़ी हैं।
दूसरी ओर भारतीय टीम में अपेक्षाकृत अधिक अनुभवी खिलाड़ी हैं। माइनेनी 3 मैच खेल चुके हैं और सिर्फ 1 युगल मैच हारे हैं। हाल ही में वे कंधे की चोट से उबरे हैं और उनके लिए फिटनेस बरकरार रखना अहम होगा। (भाषा)