डीडीसीए में होना चाहिए पूर्णकालिक सीईओ : जस्टिस मुद्गल
नई दिल्ली। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के फिरोजशाह कोटला मैदान में टी-20 विश्वकप मैचों और आईपीएल नौ के मैचों की निगरानी करने वाले जस्टिस मुकुल मुद्गल ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि डीडीसीए के पास एक पूर्णकालिक सीईओ होना चाहिए जो स्वतंत्र रूप से डीडीसीए से प्रशासनिक और वित्तीय पहलुओं को देख सके।
जस्टिस मुद्गल ने अपनी रिपोर्ट में सलाह दी है कि डीडीसीए ने पूर्णकालिक मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) होना चाहिए जो डीडीसीए में निरंतरता और सहज कार्यप्रणाली को सुनिश्चित करने के लिए प्रशासनिक और वित्तीय पहलुओं को देखे।
जस्टिस मुद्गल की सलाह के मद्देनजर यह उल्लेखनीय है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त जस्टिस लोढा समिति की सिफारिशों के बाद अपना पहला सीईओ नियुक्त कर लिया है।
उन्होंने कहा बीसीसीआई एक नियंत्रक संस्था के रूप में यह सुनिश्चित करे कि डीडीसीए की कार्यशैली में पूर्ण पारदर्शिता रहे, क्योंकि यह सार्वजनिक संस्था है, जिसका काम दिल्ली में क्रिकेट को प्रोत्साहन देना है।
बीसीसीआई को यह देखना होगा कि डीडीसीए के मामलों को संभालने और उन्हें देखने के लिए क्या एक विशेषज्ञ तदर्थ संस्था या समिति नियुक्त करने की जरूरत है, जो क्रिकेट के हित में डीडीसीए को सुधार सके, ताकि फिरोजशाह कोटला एक बार फिर से ऐसे स्थल का रूतबा हासिल कर सके जिसके ऊंचे अंतरराष्ट्रीय मापदंड हैं। (वार्ता)