जर्मनी ने पहली बार जीता 'कंफेडरेशन कप'
सेंट पीटर्सबर्ग। जर्मनी ने चुनौतीपूर्ण और काफी रोमांचक मुकाबले में अंतत: दक्षिण अमेरिकी टीम चिली की गलती की बदौलत एकमात्र गोल से पहली बार कंफेडरेशन कप फुटबॉल टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया।
जर्मनी के लिए एकमात्र विजयी गोल लार्स स्टिंडल ने दागा। लार्स ने मैच के पहले 20वें मिनट में गोल किया जब चिली के मिडफील्डर मार्सेलो डियाज ने गलती से अपने ही क्षेत्र में उन्हें गेंद थमा दी। चिली ने इस मैच में भी काफी आक्रामकता दिखाई और फारवर्ड आर्टूरो विदाल ने मैच में कमाल का खेल दिखाया लेकिन बाकी खिलाड़ियों से उन्हें खास मदद नहीं मिल सकी।
खिताबी मुकाबले में काफी ड्रामा भी देखने को मिला और दोनों ही टीमों ने गोल के कई मौके गंवाए, डिफेंस में भारी गलतियां हुईं और दूसरे हाफ में तो 2 वीडियो रिव्यू काफी विवादास्पद भी रहे जिसने मैच को और दिलचस्प बना दिया।
चिली के डिफेंडर गोंजाले जारा ने टिमो वेर्नर को कोहनी मारी और सर्बियाई रेफरी मिलोराड माजिक ने वीडियो की समीक्षा करवाई जिसके बाद उन्हें एलो कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया गया। इसके थोड़ी देर बाद माजिक ने चिली की पेनल्टी की अपील को खारिज कर दिया और रिव्यू के बाद भी अपने निर्णय पर टिके रहे।
हालांकि जर्मनी ने युवा टीम के साथ उतरने के बावजूद पहली बार कन्फेडरेशप कप का खिताब जीतकर बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली है। हालांकि कन्फेडरेशप कप के साथ एक भ्रांति भी जुड़ी है कि इसे जीतने के एक वर्ष बाद कभी भी उस टीम ने फिर विश्वकप नहीं जीता है।
जर्मन कोच जोआकिम लू ने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि हमारी युवा टीम ने पहली बार इस खिताब को जीतकर इतिहास में नाम दर्ज कर लिया है यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है।
वहीं चिली के कोच जुआन एंटोनिया पिज्जी ने कहा कि हमने अपनी योजनाओं पर काम किया, हमने कई मौके भी बनाए लेकिन फिर कुछ गलतियां और दुर्घटनाएं हो गईं जो अकसर फुटबॉल में होती हैं। इस बार हमारे हारने का मौका था। (वार्ता)