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Last Modified: शुक्रवार, 13 अप्रैल 2018 (18:38 IST)

CWG 2018 : पुरुष हॉकी टीम भी स्वर्ण की दौड़ से बाहर

CWG 2018 : पुरुष हॉकी टीम भी स्वर्ण की दौड़ से बाहर - Commonwealth Games 2018, Indian Men's Hockey Team
गोल्ड कोस्ट। भारतीय पुरुष हॉकी टीम को 9 में से 8 पेनल्टी कॉर्नर गंवाने और रक्षापंक्ति की गलतियों के कारण राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में शुक्रवार को यहां अपने से कम रैंकिंग के न्यूजीलैंड के हाथों 2-3 से हार का सामना करना पड़ा।


आखिरी क्षणों में गोल करने की चूक भारत पर भारी पड़ी जिसकी वजह से पिछले 2 बार के रजत पदक विजेता को अब कांस्य पदक के लिए भिड़ना होगा। भारतीय महिला टीम भी गुरुवार को सेमीफाइनल में हार गई थी और उसे भी तीसरे स्थान का प्लेऑफ मैच खेलना है। न्यूजीलैंड की तरफ से पहले 3 क्वार्टर में ह्यूगो इंगलिस, स्टीफन जेनेस और मार्कस चाइल्ड ने गोल दागे।

भारत के लिए दोनों गोल हरमनप्रीत सिंह ने किए। उन्होंने पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में बदलने के बाद 8वें पेनल्टी कॉर्नर पर भी गोल किया। पहले क्वार्टर में भारत को शुरू में मौका मिला लेकिन मनदीप सिंह चूक गए। यही नहीं, भारत ने पेनल्टी कॉर्नर भी गंवाया।

इस बीच कीवी टीम ने मौका भुनाने में गलती नहीं की। ह्यूगो इंगलिस ने रिवर्स शॉट से उसके लिए पहला गोल दागा। भारतीय रक्षकों की गलती का फायदा उठाकर न्यूजीलैंड ने जल्द ही अपनी बढ़त दोगुनी कर दी। मैच के बाद भारतीय कोच सोर्ड मारिन से कहा कि टूर्नामेंट में हमें पर्याप्त पेनल्टी कॉर्नर मिले। हमने पर्याप्त मौके बनाए लेकिन हम इन पर गोल नहीं कर पाए।

मारिन से कहा कि अगर आप के मैच पर गौर करो तो हम 32 बार विरोधी टीम के सर्किल में पहुंचे और वे 14 बार ही ऐसा कर पाए। उन्होंने 3 गोल किए लेकिन हम केवल 2 कर पाए। खेल गोल करने से जुड़ा होता है और हम पर्याप्त गोल करने में नाकाम रहे। भारतीय टीम न्यूजीलैंड की रक्षापंक्ति में सेंध लगाने के लिए जूझती रही।

न्यूजीलैंड ने दूसरे क्वार्टर में पहला पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन पीआर श्रीजेश ने इसे नाकाम कर दिया। न्यूजीलैंड को जल्द ही एक और पेनल्टी कॉर्नर दिया गया था लेकिन भारत ने रेफरल का सहारा लिया जिसके बाद रेफरी ने अपना फैसला बदल दिया। दूसरे क्वार्टर के आखिर में सुमीत को कीवी डिफेंडर ने गिरा दिया जिसके लिए भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला।

कीवी गोलकीपर ने पहला शॉट रोक दिया लेकिन रिबाउंड पर आकाशदीप का शॉट कीवी डिफेंडर के कंधे पर लगा जिसके कारण भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिल गया। हरमनप्रीत ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल करके मध्यांतर तक कीवी बढ़त कुछ कम कर दी। सुनील ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में भारत के लिए पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया लेकिन टीम इसका फायदा नहीं उठा पाई।

इसके बाद जब न्यूजीलैंड को पेनल्टी कॉर्नर मिला, तब रक्षापंक्ति की गलती भारत को महंगी पड़ी और 2 बार रिबाउंड के बाद वरुण कुमार गेंद को बाहर करने में नाकाम रहे और मार्कस चाइल्ड ने गोल दागकर न्यूजीलैंड को 3-1 से आगे कर दिया।

भारत 5वें पेनल्टी कॉर्नर पर भी गोल नहीं कर पाया जिससे अंतिम क्वार्टर से पहले तक न्यूजीलैंड की 2 गोल की बढ़त बनी रही। अंतिम हूटर बजने से 5 मिनट पहले भारत को लगातार 2 पेनल्टी कॉर्नर मिले। इनमें से हरमनप्रीत ने एक पर गोल किया लेकिन भारत बराबरी का गोल करने में नाकाम रहा। (भाषा)
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