बढ़ती उम्र के बीच खराब फॉर्म से जूझ रही PV सिंधू ने फिर बदला कोच
मेरा सबसे बड़ा लक्ष्य सिंधू को फिर पोडियम पर जगह दिलाना: श्रीधर
पीवी सिंधू के नए कोच अनूप श्रीधर ने कहा है कि इस स्टार खिलाड़ी में अभी सफलता की भूख है और उनका प्राथमिक लक्ष्य इस दो बार की ओलंपिक पदक विजेता की प्रदर्शन में निरंतरता लाने में मदद करना है।सिंधू ने पेरिस ओलंपिक खेलों के बाद श्रीधर को ट्रायल के आधार पर कोच बनाया है।
तीन ओलंपिक में पहली बार फ्रांस की राजधानी से बिना पदक के लौटी सिंधू पिछले तीन सप्ताह से हैदराबाद के गचीबाउली स्टेडियम में बीजिंग ओलंपियन श्रीधर के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही हैं।
संक्षिप्त समय के लिए लक्ष्य सेन को भी कोचिंग देने वाले 41 साल के श्रीधर ने PTI
(भाषा) से कहा, मैंने कुछ हफ्ते पहले सिंधू की टीम से बात की थी और वह इस महीने की शुरुआत से हैदराबाद में मेरे मार्गदर्शन में ट्रेनिंग कर रही हैं। हमने काफी प्रगति की है और दो हफ्ते में हम यूरोप में प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेंगे।
सिंधू को पेरिस खेलों के प्री क्वार्टर फाइनल में चीन की ही बिंगजियाओ के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा था और वह BWF विश्व टूर सत्र की पुन: शुरुआत यूरोपीय चरण से करेंगी जिसमें फिनलैंड के वांता में होने वाले चार लाख 20 हजार डॉलर इनामी आर्कटिक ओपन (आठ से 13 अकटूबर) और ओडेनसे में होने वाला आठ लाख 50 हजार डॉलर इनामी डेनमार्क ओपन (15 से 20 अक्टूबर) शामिल है।
पेरिस ओलंपिक के बाद इंडोनेशिया के एंगस ड्वी सांतोसो का अनुबंध खत्म होने के बाद बाकी सत्र के लिए श्रीधर को कोच बनाया गया है।श्रीधर ने कहा, मैं चीजों को हफ्ते दर हफ्ते ले रहा हूं। हमने कोई दीर्घकालीन प्रतिबद्धता नहीं की है इसलिए 2025 के लिए योजना बनाना मुश्किल है। हालांकि 2025 में कुछ टूर्नामेंट हैं जिनके दौरान सिंधू का लक्ष्य अपने खेल के शीर्ष पर होना होगा।
उन्होंने कहा, आप शारीरिक रूप से शीर्ष पर पहुंचने की योजना बना सकते हैं लेकिन फॉर्म के लिए नहीं। मेरी नजर अगले साल कुछ प्रतियोगिताओं पर है लेकिन मेरा तत्काल ध्यान उसके प्रदर्शन की निरंतरता को बेहतर करना और उसे पोडियम पर दोबारा जगह दिलाना है- यही बड़ा लक्ष्य है।
सिंधू ने आखिरी बार 2022 में सिंगापुर ओपन और राष्ट्रमंडल खेल का खिताब जीता था। वह 2023 में मैड्रिड स्पेन मास्टर्स और इस साल मई में मलेशिया मास्टर्स सुपर 500 में उपविजेता रहीं।सिंधू ने पेरिस खेलों से पहले कई कोच बदले। तोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद सिंधू के दक्षिण कोरियाई कोच पार्क तेइ सेंग 2023 की शुरुआत में उनसे अलग हो गए।
इसके बाद सिंधू ने कुछ महीनों तक भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) की कोच विधि चौधरी के मार्गदर्शन में प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और फिर ऑल इंग्लैंड चैंपियन मोहम्मद हफीज हाशिम को नया कोच नियुक्त किया।हालांकि यह साझेदारी लंबे समय तक नहीं चली और सिंधू बेंगलुरू में प्रकाश पादुकोण के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग लेने लगीं। पादुकोण की अकादमी पीपीबीए ने इसके बाद ओलंपिक तक सिंधू के मार्गदर्शन के लिए सांतोसो की सेवाएं लीं।