मैं कभी भी 'रिटायर्ड' नहीं कहलाऊंगा : अखिल
नई दिल्ली। मुक्केबाज अखिल कुमार के लिए खेल से संन्यास का विचार विचलित कर देने वाला है जिनका कहना है कि वे कभी भी इस शब्द का इस्तेमाल अपने लिए नहीं करेंगे।
राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व स्वर्ण पदकधारी और 2 बार के एशियाई चैंपियनशिप पदकधारी मुक्केबाज ने लंबी एमेच्योर पारियां खेलने के बाद पेशेवर होने का फैसला किया और वे 35 साल की उम्र में 1 अप्रैल को अपनी पेशेवर पारी का आगाज करेंगे। यह मुक्केबाज इस साल 6 पेशेवर बाउट खेलेगा, लेकिन वे इस बात को नहीं समझ पा रहे हैं कि उनके अपने करियर में इतने समय बाद पेशेवर बनने के फैसले से इतनी चर्चा क्यों हो रही है?
अखिल ने साक्षात्कार में कहा कि मैं तब तक खेलूंगा, जब तक कि मेरा शरीर इजाजत देता है, तब तक मैं खेलना चाहता हूं। लेकिन जब मैं नहीं खेल रहा हूं तो भी मुझे नहीं लगता कि इसका मतलब है कि मैंने मुक्केबाजी से संन्यास ले लिया है। क्या आप कभी भी उस चीज से संन्यास ले सकते हो जिसके साथ आप जीते हो और सांस लेते हो? उन्होंने कहा कि मैं खेल में संन्यास की बात नहीं समझता। जो यह कहते हैं कि वे रिटायर्ड हो गए, क्या वे कहना चाहते हैं कि उन्होंने उस चीज को छोड़ दिया है जिसका वे इतने समय से हिस्सा थे? (भाषा)