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Last Modified: नई दिल्ली , सोमवार, 6 जून 2016 (23:59 IST)

प्रतियोगिता से दूर रहना सुशील के खिलाफ गया : अभिनव बिंद्रा

प्रतियोगिता से दूर रहना सुशील के खिलाफ गया : अभिनव बिंद्रा - Abhinav Bindra, Sushil Kumar, Indian star wrestler, Rio Olympics
नई दिल्ली। ओलंपिक चैम्पियन अभिनव बिंद्रा का मानना है कि प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंटों से दूर रहना स्टार पहलवान सुशील कुमार के खिलाफ गया जिनकी रियो ओलंपिक में जगह बनाने की उम्मीद सोमवार को टूट गई जब दिल्ली उच्च न्यायालय ने चयन ट्रायल की मांग करने वाली उनकी याचिका खारिज कर दी।
अदालत ने कहा कि इससे चयनित खिलाड़ी नरसिंह पंचम यादव के मौकों को झटका लगेगा और देश को नुकसान पहुंचेगा।
 
न्यायमूर्ति मनमोहन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुशील की उपलब्धियों को स्वीकार किया और उन्हें 66 किग्रा वर्ग में महान पहलवान करार दिया लेकिन उन्हें 74 किग्रा वर्ग में ओलंपिक के लिए चुनौती पेश करने का मौका नहीं दिया।
 
दो बार के ओलंपिक पदक विजेता के बारे में पूछे जाने पर बिंद्रा ने कहा, उसके साथ स्थिति काफी जटिल थी। असल में सभी महासंघों को अपनी नीतियों को लेकर स्पष्ट होना चाहिए और उन्हें खेलों के लिए खिलाड़ियों की क्वालीफिकेशन प्रक्रिया शुरू होने से पहले इसे सार्वजनिक कर देना चाहिए।
 
बिंद्रा ने कहा, सुशील महान खिलाड़ी हैं और उन्‍होंने जो हासिल किया उससे इनकार नहीं किया जा सकता। लेकिन हमने पिछले दो वर्षों से उन्‍हें प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हुए नहीं देखा और यह शायद उनकी चोट के कारण था लेकिन यह उनके खिलाफ गया। 
 
बीजिंग ओलंपिक 2008 में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण पदक जीतने वाले दिग्गज निशानेबाज बिंद्रा ने कहा, अगर आप उनके लिए ट्रायल कराते हो तो उन्हें अन्य के लिए भी ट्रायल कराने होंगे।
 
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ की चयन नीति है और इस नीति पर बहस हो सकती है लेकिन आपको इसके लिए उन्हें श्रेय देना होगा। बिंद्रा ने इससे पहले ट्वीट किया, सुशील कुमार महान खिलाड़ी हैं। उनके बाहर से नरसिंह का समर्थन करने के लिए रियो जाना चाहिए। इससे उनका दर्जा बढ़ेगा।
 
अदालत ने कहा कि रियो ओलंपिक में पुरुषों के 74 किलो वर्ग में भारत के प्रतिनिधित्व के लिए  चयन ट्रायल का निर्देश भारतीय कुश्ती महासंघ को देने की मांग करती सुशील की याचिका कानून की नजर में असमर्थनीय है और तथ्यों के विपरीत भी है। (भाषा) 
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