• Webdunia Deals
  1. लाइफ स्‍टाइल
  2. »
  3. रोमांस
  4. »
  5. प्रेम-गीत
  6. बारिश की पहली बूँद
Written By WD

बारिश की पहली बूँद

रोमांस इश्क प्यार मोहब्बत लव प्रेम प्यार प्रेम गीत प्रेम कविता
फाल्गुनी

काली अँधेरी रात में
अकेली बैठी आँगन में
सोच रही थी
उस दर्द को
जो तुमसे मिला,
धन्यवाद इस पहली बूँद को
जिसने चेहरे पर गिरते ही
पुलकित कर‍ दिया मुझे
और मैं भूल गई
तुम्हारे दर्द को,
तुमसे कहीं ज्यादा
सार्थक है वह
बारिश की पहली बूँद
-----

वह साँवली शाम
यह सलोनी सुबह
बारिश की झड़ी
और
मैं अकेली, मायूस, तन्हा
तुम्हारी यादें
बिखरी हुई है
यहाँ-वहाँ
जाने कहाँ-कहाँ...?