गुरुवार, 19 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. धर्म-दर्शन
  3. धार्मिक आलेख
  4. Chanakya niti
Written By
Last Updated : बुधवार, 12 जून 2024 (15:56 IST)

चाणक्य के अनुसार ये 8 बातें किसी को न बताएं वरना पछताएंगे

चाणक्य के अनुसार ये 8 बातें किसी को न बताएं वरना पछताएंगे - Chanakya niti
Chanakya niti: आचार्य चाणक्य के अनुसार कुछ ऐसी बातें होती हैं जिन्हें छुपाकर रखने में ही भलाई है। यदि आप इन बातों को लोगों को बताएंगे तो पछताएंगे और अपमान भी झेलना पड़ेगा। यह भी हो सकता है कि आप किसी भारी मुसीबत में फंस जाएं। आओ जानते हैं कि वे कौनसी ऐसी खास 8 बातें हैं जिन्हें कभी भी किसी को नहीं बताना चाहिए।
 
1. दांपत्य जीवन की बातें : अपने दांपत्य जीवन और घर परिवार की बातें हमेशा गोपनीय रखना चाहिए। यदि आप किसी मित्र, परिचित या रिश्तेदार को यह बातें बताते हैं तो इससे घर के सदस्यों में आपसी मनमुटाव और अविश्‍वास की भावना बढ़ती है और पारिवार का विखंडन होता है। साथ ही आपके घर का राजा धीरे दीरे सावर्जनिक हो जाता है। घर की बातें बताने से दूसरों की सहानु‍भूति हासिल करने के लिए आप कुछ समय के लिए जरूर राहत महसूस कर सकते हैं लेकिन इससे आपकी कमजोरी ही प्रदर्शित होती है।
 
2. अपमान धोखाधड़ी: यदि सार्वजनिक रूप से या व्यक्तिगत रूप से आपका किसी ने अपमान किया है, तो उसका जमकर प्रतिकार करें। यह भी याद रखें यदि आप अपने अपमान को प्रचारित करेंगे तो फिर कई लोग आपका अपमान करने लगेंगे, क्योंकि लोगों को आपके साथ कभी सहानुभूति नहीं रहती है। जो लोग किसी की सहानुभूति अर्जित करना चाहते हैं, वही अपने अपमान के बारे में किसी से चर्चा करते हैं। दूसरा यह कि खुद के साथ हुई धोखाधड़ी को भी हर किसी को नहीं बताते रहना चाहिए, जिसके पास इसका समाधान हो उसे ही बताएं वर्ना आप हंसी का पात्र बनेंगे और सभी आपको उलाहना भी देंगे।
 
3. आर्थिक हालात : आप अपने घर के आर्थिक हालात पर किसी से चर्चा न करें। धन को गुप्त रखें। लोग जानना चाहते हैं कि आप कितना कमाते हैं। यदि आप सीधे-सीधे नहीं बताएंगे, तो ये लोग दूसरे तरीके से पूछताछ करके अनुमान लगा लेंगे। हालांकि आप अपने धन को जितना हो सके गोपनीय रखेंगे तो आपके लिए ही अच्छा होगा। इसलिए नहीं की लोग कर्ज मांग लेंगे और फिर लौटाएंगे नहीं। इसके और भी कई कारण हैं। धन को अपने मित्र, परिचित या रिश्तेदारों से गोपनीय ही रखने की सलाह दी जाती रही है।
 
4. गुरुमंत्र, साधना और तप : यदि आपने किसी योग्य गुरु से दीक्षा ली है, तो उसके द्वारा दिया गया गुरुमंत्र गोपनीय रखें। हालांकि गुरुमंत्र कई प्रकार के होते हैं, जैसे किसी ने आपको कुछ ज्ञान दिया या कुछ हुनर सिखाया वह भी गुरुमंत्र है। इसके अलावा यदि आप किसी भी प्रकार की साधना, तप या ध्यान कर रहे हैं तो उसे भी गोपनीय रखें अन्यथा वह निष्फल हो जाएगी। इस संबंध में गोपनीयता से ही लाभ मिलता है। 
5. अपनी अयोग्यता या कमजोरी : हालांकि बहुत-सी जगह या मामले में इसे गोपनीय रखना घातक भी सिद्ध हो सकता है। लेकिन बहुत से मामलों में इसे उजागर करने से आपको लोग कमजोर समझकर आपके साथ गलत व्यवहार करने लगेंगे या आपको मानसिक रूप से दबाने लगेंगे। इसीलिए इस बारे में आप अच्छे से विचार कर लें कि कब, कहां कौन-सी कमजोरी गोपनीय रखना है। कमजोरी और अयोग्यता में फर्क करना भी सीखें।
 
6. दान-पुण्य : आपने जो भी दान दिया है उसे गुप्त रखेंगे तो ही उसका लाभ मिल सकता है। गोपनीय दान देवताओं की नजर में रहता है और जिस दान का बखान किया जा रहा है उसका फल निष्फल हो जाता है। मंदिर में दान दें, किसी गरीब को भोजन कराएं या किसी भी प्रकार का पुण्य कार्य करें उसका अपने मुंह से बखान न करें। यदि आपने इसे किसी के समक्ष जाहिर कर दिया, तो समझें वह खारिज हो जाएगा।
 
7. मन की बात : मन में बहुत-सी ऐसी बातें होती है जिनको जगजाहिर करने से आप अपने आसपास संकट खड़े कर सकते हैं। हो सकता है कि आपके मन में किसी बात को लेकर अवसाद हो, क्रोध हो या घृणा हो। मन में हजारों तरह के विचार उत्पन्न होते हैं, लेकिन बुद्धिमान मनुष्य उन्हीं विचारों को व्यक्त करता है जो उसके हित में होते हैं। लेकिन इस तरह की बातों को जगजाहिर करने से आपके संबंध में लोग एक तरह की राय बनाना शुरू कर देंगे और फिर लोग आपकी अच्छी बातों को नहीं सुनेंगे आपके उस गुस्से या फ्रस्टेशन की ही चर्चा करेंगे। आपके 10 अच्छे कार्य उस एक मन के विकार के सामने कमजोर के पड़ जाएंगे।
 
8. दवा : आप यदि किसी भी प्रकार की दवाई खाते हैं तो उसे गोपनीय रखें। माना जाता है कि दवा का असर भी तब तक रहता है जब तक वह गोपनीय है। हालांकि कुछ लोग इससे इत्तेफाक रख सकते हैं। लेकिन प्राचीनकाल में हो सकता है कि यह किसी विशेष रोग या औषधि के लिए कहा गया हो। पहले के लोग कुछ लोग दुर्लभ वनस्पति के जानकार भी होते थे। बहुत से लोग कहते हैं कि यदि आप दारू भी पीते हैं, तो वह तभी तक उचित है जब तक उसकी गोपनीयता भंग न हो। जिस दिन लोगों को उसके बारे में पता चलता है समझों उसी दिन से आपका पतन भी होना शुरू हो जाता है।