सपा में शामिल होंगे अमरसिंह..!
-लखनऊ से अरविन्द शुक्ला
किसी समय समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायमसिंह यादव के सबसे करीबी माने जाने वाले अमरसिंह एक बार फिर पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि इसकी कोई अधिकृत घोषणा नहीं हुई है, लेकिन यूपी के राजनीतिक गलियारों में इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं कि सिंह एक बार फिर सपा का दामन थाम सकते हैं। अमरसिंह की सपा में वापसी की खबरों को इस बात से भी बल मिला रहा कि मंगलवार को राजधानी लखनऊ के गौमती नगर में समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र की जयंती पर जनेश्वर पार्क का लोकार्पण होगा, जिसमें मुलायमसिंह के साथ अमरसिंह भी मौजूद रहेंगे। ऐसा बताया जा रहा है कि खुद मुलायमसिंह ने फोन करके अमरसिंह को इस कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता दिया है।अमरसिंह और जयाप्रदा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए 2 फरवरी 2010 को सपा से निष्कासित किया गया था। पांच अगस्त को सपा के वरिष्ठ नेता जनेश्वर मिश्र की जयंती पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ‘जनेश्वर मिश्र पार्क’ का लोकार्पण करेंगे। इस मौके पर पार्क में जनेश्वर मिश्र का जन्मदिन समारोह आयोजित किया गया है, जिसमें करीब 16 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया है।उल्लेखनीय है कि अमरसिंह इस समय चौधरी अजीतसिंह की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल के साथ हैं और हाल के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी की आंधी के चलते उन्हें करारी शिकस्त मिली थीं। इस चुनाव में उनकी 'खास' अभिनेत्री जयाप्रदा भी खेत रही थीं। अब अमरसिंह नई संभावनाएं तलाश रहे हैं, वहीं मुलायम को भी उनके जैसे व्यक्ति की दरकार है क्योंकि अमरसिंह के अनिल अंबानी समेत कई अन्य उद्योगपतियों से करीबी संबंध हैं और उनकी गिनती अच्छे फंड मैनेजर के रूप में होती है। अत: भविष्य की संभावनाओं के मद्देनजर मुलायम भी उन्हें अपने साथ लाना चाहते हैं। एक और बात जो इसको पुख्ता करती है वह है यूपी के मंत्री मोहम्मद आजम खान का उर्दू अकादमी के पुरस्कार समारोह में शामिल न होना। यह कार्यक्रम 5, कालीदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निवास पर हुआ था। इसके लिए करीब साढ़े तीन घंटे तक आजम खान का इंतजार किया गया मगर वे नहीं पहुंचे। गौरतलब है कि आजम और अमरसिंह के रिश्ते काफी तल्ख रहे हैं। आजम ने अमर को दलाल तक कहा था। आजम कभी नहीं चाहेंगे कि पूर्व सपा महासचिव की पार्टी में वापसी हो। इसलिए वे अभी से 'कोपभवन' में पहुंच गए हैं। अमर और मुलायम की इस मुलाकात को जल्द ही होने वाले राज्यसभा चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है। यूपी की 6-7 राज्यसभा सीटों के लिए जल्द ही चुनाव होने वाले हैं। अमरसिंह फिर राज्यसभा जाने की जुगत में हैं और यह मुलायम के सहयोग के बिना संभव नहीं है। अटकलें यह भी हैं कि सपा के एक और पूर्व नेता बेनीप्रसाद वर्मा फिर पार्टी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि उन्हें मुलायम का धुर विरोधी माना जाता है। मगर यह भी सच है कि राजनीति में कोई भी स्थायी दुश्मन और दोस्त नहीं होता। अत: कोई आश्चर्य नहीं कि आने वाले दिनों में अमरसिंह और बेनी वर्मा फिर सपा के पाले में आ जाएं।