वर्धमान/ शांतिपुर (पश्चिम बंगाल)। गत शनिवार रात को भगीरथी नदी में नौका पलटने के बाद अब तक नदी से 18 शव निकाले गए हैं जिनमें 4 बच्चों के शव शामिल हैं। नौका में क्षमता से अधिक लोग सवार थे। नदिया के जिला मजिस्ट्रेट विजय भारती ने कहा कि 17 शवों की पहचान कर ली गई है।
उन्होंने कहा कि 17 शवों की पहचान कर ली गई है। वे लोग शांतिपुर के रहने वाले थे जबकि एक मृतक वर्धमान का निवासी हो सकता है। हम अब भी उसकी पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं।
नौका वर्धमान जिले के कालना में एक मेले से कम से कम 55 लोगों को नादिया जिले के शांतिपुर ले जा रही थी, जब वह शनिवार की रात को नदी में पलट गई।
इस हादसे के बाद नादिया जिले में रविवार को हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए और भीड़ ने कई नौकाओं में आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और रबर की गोलियां चलाईं।
वर्धमान के जिला मजिस्ट्रेट सौमित्र मोहन ने कहा कि नौका डूबने की जगह से एक से सवा किलोमीटर की दूरी पर शव पाए गए। वर्धमान के पुलिस अधीक्षक गौरव शर्मा ने कहा कि हमें अब भी यकीन नहीं है कि नदी में और शव हैं या नहीं। तलाशी अभियान जारी है और हम नौका बाहर निकालने की भी कोशिश कर रहे हैं। भारती ने कहा कि मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।
मोहन ने बचाव अभियानों में कथित देरी को लेकर कहा कि नदी की धारा, गहराई और कीचड़युक्त पानी ने गोताखोरों के लिए मुश्किलें पैदा की हैं। उन्होंने पूर्व में कहा था कि नौका में क्षमता से अधिक लोग होने के कारण यह हादसा होने का संदेह है। (भाषा)