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Last Updated : सोमवार, 20 फ़रवरी 2023 (12:10 IST)

VHP नेता ने की यूनिफॉर्म सिविल कोड की मांग, मुस्लिमों की जनसंख्‍या को लेकर दिया यह बयान...

VHP नेता ने की यूनिफॉर्म सिविल कोड की मांग, मुस्लिमों की जनसंख्‍या को लेकर दिया यह बयान... - Vishva Hindu Parishad demands Uniform Civil Code in the country
Uniform Civil Code : विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) को जल्‍द ही लागू करने की केंद्र सरकार से मांग की है। आलोक कुमार का कहना है कि देश में हिंदुओं की जनसंख्या दर कम हो रही है और मुसलमानों की जनसंख्या दर तेजी से बढ़ रही है। मुसलमानों में बहुत से लोग हैं जो मुस्लिमों को अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

खबरों के अनुसार, विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने भी देश में समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड (Uniform Civil Code) को जल्‍द ही लागू करने की केंद्र सरकार से मांग की है। परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि देश में सभी लोगों को परिवार नियोजन का पालन करना चाहिए।

उन्‍होंने कहा, देश में हिंदुओं की जनसंख्या दर कम हो रही है और मुसलमानों की जनसंख्या दर तेजी से बढ़ रही है। देश में सभी लोगों को परिवार नियोजन का पालन करना चाहिए। मुसलमानों में बहुत से लोग हैं, जो मुस्लिमों को अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। उन्‍होंने कहा,अगर जनसंख्या का वर्तमान संतुलन बिगड़ता है तो देश में अनेक संकट पैदा होंगे।

गौरत‍लब है कि समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड से जुड़ी सभी याचिकाओं पर आज उच्‍चतम न्‍यायालय सुनवाई कर करेगा। समान नागरिक संहिता के अनुसार, देश में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून होगा, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो। समान नागरिक संहिता में शादी, तलाक और जमीन-जायदाद के बंटवारे में सभी धर्मों के लिए एक ही कानून लागू होगा।

समान नागरिक संहिता के अनुसार, देश में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून होगा, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो। इस वक़्त देश में धर्म और परंपरा के नाम पर अलग नियमों को मानने की छूट है, लेकिन समान नागरिक संहिता लागू होने पर किसी समुदाय विशेष के लिए अलग से नियम नहीं होंगे।

प्यू रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक, 2021 में मुस्लिमों की भारत में आबादी 21.30 करोड़ थी, जो 2030 तक 23.63 करोड़ हो जाएगी यानी इन 8 सालों के दौरान मुस्लिमों की जनसंख्‍या दर करीब 10 फीसदी रहेगी। वहीं देश की आबादी इस समय बढ़कर 150 करोड़ तक होने का अनुमान है। फोटो सौजन्‍य : टि्वटर
Edited By : Chetan Gour
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