मुआवजे की मांग पर किसानों को मिली लाठी, 15 किसान घायल
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में यूपीसीडा का प्रोजेक्ट ट्रांस गंगा सिटी के मुआवजे की मांग को लेकर शनिवार को सड़कों पर उतरा किसानों का विरोध इतना चरम पर पहुंच गया कि उन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) के महाप्रबंधक अभियंत्रण को घेर लिया और जमीन पर काम की शुरुआत करने आए मजदूरों को मौके से भगा दिया तो बिगड़ते हालत देख पुलिस ने मौके पर अन्य थानों की फोर्स के साथ पीएसी भी बुलवा ली लेकिन बातचीत के दौरान पुलिस और किसानों के बीच पथराव होने लगा। पथराव में सीओ सिटी एसपी समेत 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिसके बाद पुलिस की तरफ से भी जमकर लाठियां बरसाई गईं और इस लाठीचार्ज में आंदोलन कर रहे 15 किसान भी घायल हो गए।
इसी बीच किसानों के आंदोलन की अगुवाई कर रहे किसान नेता बीएन पाल को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन आज एक बार फिर किसान उग्र हो गए और मुआवजे की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आए और किसानों का गुस्सा इतना व्यापक हो गया कि उन्होंने ट्रांस गंगा सिटी के पास बने गोदाम और मिक्सर वाहन में आग लगा दी। गोदाम से एक किलोमीटर की दूरी पर पुलिस फोर्स तैनात था।
गोदाम में पानी के प्लास्टिक के पाइप रखे होने से आग ने विकराल रूप धारण कर लिया था। आग से काफी ऊंचाई तक धुएं का गुब्बार उठने से गांव में दहशत फैल गई। दमकल कर्मियों ने 2 फायर मोटर लगाकर आधे घंटे के अंदर आग पर काबू पा लिया। आगजनी से कोई हताहत नहीं हुआ है। आगजनी की घटना के बाद मौके पर पहुंचे डीएम व एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।
कैसे बढ़ा विवाद : जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को प्रशासन के साथ यूपीसीडा के महाप्रबंधक अभियंत्रण संदीप चंद्रा बैठक कर शनिवार को ट्रांस गंगा सिटी के साइट ऑफिस पहुंचे और काम शुरू कराने के लिए मौके पर मजदूर व जेसीबी का इंतजाम कर आए ही थे कि इसकी जानकारी किसानों को लग गई और करीब 600 किसान उनके नेता बीएन पाल के नेतृत्व में विरोध करने लगे।
उन्होंने कहा, जब तक पूरा मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक काम नहीं होने दिया जाएगा और इतना कहते ही बीएन पाल के नेतृत्व में किसानों ने महाप्रबंधक संदीप चंद्रा का घेराव कर दिया और मजदूरों को दौड़ाकर खदेड़ने लगे और मौके पर खड़ी जेसीबी में तोड़फोड़ भी कर डाली। इसकी जानकारी जैसे ही जिला प्रशासन को लगी, भारी फोर्स के साथ कप्तान व जिलाधिकारी वहां पहुंच गए। प्रशासन लगभग 2 घंटे तक किसानों को समझाने वह शांत करने का प्रयास करता रहा, लेकिन किसान प्रशासन की एक बात भी मानने को तैयार नहीं थे।
इसके बाद एडीएम राकेश सिंह व एएसपी विनोद पांडे ने मौके पर किसानों को समझाते हुए कहा कि काम में अवरोध न बनें और शांति रखें। इसी बीच पुलिस व किसानों के बीच किसी ने पत्थरबाजी कर दी और देखते ही देखते मामला इतना बढ़ गया कि पुलिस ने भी लाठीचार्ज शुरू कर दिया। किसानों की तरफ से हो रही पत्थरबाजी में सीओ सिटी अंजनी कुमार राय, दरोगा अनिरुद्ध सिंह और सिपाही अजय सिंह घायल हो गए।
जबकि एसपी विनोद कुमार पांडे के हाथ में चोट लगी। पुलिस लाठीचार्ज में 15 किसान भी गंभीर रूप से घायल हो गए। बाद में स्थिति अनियंत्रित हो गई। बाद में जिला अधिकारी भी पहुंच गए और उन्होंने किसानों की अगुवाई कर रहे किसान नेता बीएन पाल को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया।
क्या बोले जिलाधिकारी : उन्नाव के जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे ने बताया कि यूपीसीडा किसानों को पूरा मुआवजा दे चुका है और किसान जमीन देने के लिए रजामंदी भी जता चुके हैं लेकिन कानपुर के कुछ अराजक तत्व हैं, जो किसानों को भड़का रहे हैं जिसके चलते एडीएम से हो रही बातचीत के दौरान कुछ अराजक तत्वों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया जिससे स्थिति बिगड़ गई और इसे सामान्य करने के लिए पुलिस ने आंसूगैस के गोले छोड़े और भीड़ को तितर-बितर किया। स्थिति पूरी तरह सामान्य थी लेकिन एक बार फिर आज कुछ अराजक तत्वों ने ट्रांस गंगा सिटी के पास बने गोदाम और मिक्सर वाहन में आग लगा दी, लेकिन आग पर काबू पा लिया गया है और सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है।