जम्मू में धार्मिक स्थल के झरने में चट्टान गिरी, 7 मरे, 30 जख्मी
जम्मू। रियासी जिले में स्थित सियाड़ बाबा धार्मिक स्थल के झरने में रविवार को एक बड़ी चट्टान गिरने से 7 लोगों की मौत हो गई। तीस से ज्यादा जख्मी हो गए। अभी भी कई लोगों के चट्टान के नीचे दबे होने की शंका है। इस बीच अमरनाथ यात्रा में शामिल होने वाले दो और लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही यात्रा में 18 दिनों में 25 लोगों की मौत हो चुकी है।
जम्मू के रियासी के सियाड़ बाबा धार्मिक स्थल पर रविवार को एक बड़ा हादसा हो गया। दोपहर यहां भूस्खलन होने से दर्जनों लोग इसके मलबे में दब गए। इस घटना में अब तक 7 लोगों की मौत हुई है, वहीं 30 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार घायलों और मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है। बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है।
सियाड़ बाबा धार्मिक स्थान के रूप में विकसित है। जहां से लगभग 600 फुट की ऊंचाई से झरना गिरता है। हर बार की तरह इस बार भी रविवार को यहां ज्यादा भीड़ रहती है। स्थानीय लोगों से साथ-साथ बाहर से भी लोग यहां दर्शन करने और झरने का लुफ्त उठाने आते हैं।
लोग झरने के नीचे थे और 600 फुट ऊपर हुए भूस्खलन का मलबा सीधा नीचे आकर लोगों पर गिरा। जिसकी वजह से काफी लोग मलबे के नीचे दब गए हैं। प्रशासन की सजकता से तत्काल मौके पर पहुंचे सेना और बचाव दल के जवानों ने मलबे में दबे लोगों को निकलना शुरू कर दिया है।
हादसे के बाद सेना, स्थानीय लोगों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों की मदद से घायलों को स्थनीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने पर कई लोगों को जम्मू के राजकीय मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट कर दिया गया।
इस हादसे के बाद रियासी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ताहिर सज्जाद भट ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह घटना रविवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे हुई। भट्ट ने पुलिस को मिली प्रारंभिक जानकारी के आधार पर कहा कि पहाड़ी से गिरे एक चट्टान के टुकड़े की चपेट में आने से चार लोगों की मौके पर मौत हो गई जबकि 25 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। तीन ने बाद में दम तोड़ दिया।
इस हादसे की जानकारी के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों और पुलिस के जवानों की मदद से घायलों को तुरंत रेस्क्यू कराकर स्थानीय अस्पताल में दाखिल किया गया। इसके बाद कई गंभीर मरीजों को जम्मू के जीएमसी में रेफर कर दिया गया। एसएसपी ने कहा कि मृतकों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है, क्योंकि मलबे के नीचे कई और लोगों के शव दबे होने की आशंका जताई जा रही है।
उन्होंने कहा कि राहत कार्यों में मदद के लिए सेना, प्रशासन और आपदा विभाग की टीमों को लगाया गया है। रियासी शहर से 10 किमी दूर जलप्रपात सियाड़ बाबा चिनाब नदी पर स्थित है। इस जल प्रपात को उत्तर भारत के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक माना जाता है। बताया जा रहा है कि रविवार को छुट्टी होने के कारण यहां पर पर्यटकों की बड़ी संख्या मौजूद थी, इसी दौरान हुए हादसे के कारण जान-माल का बड़ा नुकसान हुआ।
अमरनाथ यात्रा में मृतक संख्या 25 : बाबा बर्फानी के दर्शन करने पहुंचे और दो अमरनाथ यात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। इसके साथ ही 28 जून से शुरू हुई यात्रा में मरने वाले यात्रियों की संख्या 25 तक पहुंच गई है। पवित्र गुफा के नजदीक शनिवार की सुबह महाराष्ट्र के औरंगाबाद निवासी पांडिक पांडुराज (60) को दिल का दौरा पड़ा। उसे पास के मेडिकल सुविधा केंद्र पर ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने मृत लाया घोषित कर दिया।
बालटाल रूट पर बरारीमार्ग के पास बीती रात राजस्थान के उदयपुर निवासी केएल साल्वी (59) की भी हृदयाघात से मौत हो गई। उधर पहलगाम रूट पर नीलग्राथ में हेलीकाप्टर पर चढ़ते वक्त गिर जाने से चेन्नई निवासी रामास्वामी (64) के दाहिने पैर में फ्रैक्चर हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।