उत्पाती बंदर ने 3 महीने के मासूम बच्चे को बाल्टी में डुबो-डुबोकर मौत के घाट उतारा
चम्पावत। उत्तराखंड के चंपावत जिले के भारत नेपाल सीमा से लगे शहर टनकपुर नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड नम्बर 8 में मंगलवार की सुबह एक उत्पाती बंदर ने एक 3 महीने के मासूम बच्चे को बाल्टी में डुबो-डुबोकर मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद से शहर में बंदरों के उत्पात को लेकर खौफ पसरा हुआ है।
उत्तराखंड राज्य के गांवों में गुलदार, हाथी, भालू के साथ इंसानों का संघर्ष होता रहता है। जहां इंसानों की जान का नुकसान होता है तो खेतों में बंदर-सूअर-नील गाय फसलों की दुश्मन हैं। बंदरों का आतंक तो अब गांव से उत्तराखंड के शहरों तक पहुंच चुका है। जहां इनके उत्पात से लोग सहमे-सहमे रहने को अभिशप्त हैं, लेकिन चम्पावत जिले के टनकपुर शहर की यह घटना अपने आप में इकलौती घटना है। यहां बंदरों ने सीधे ही एक इंसानी जान को खत्म कर दिया।
शाहनवाज की पत्नी नगमा सुबह उठकर अपने तीन माह के बेटे जुबिन को बिस्तर पर ही सोता छोड़कर घर के दूसरे कमरों में अपने घरेलू कामकाज में जुट गई। बताया जा रहा है कि इसी बीच कोई बंदर मौका देखकर घर में घुस आया। बंदर बिस्तर पर सोए तीन माह के जुबिन को उठाकर बाथरूम में ले गया। जहां उसने बच्चे को बाल्टी में डुबो-डुबोकर मार डाला।
घटना की किसी को कानोंकान खबर नहीं हुई। दूसरी तरफ जब नगमा ने बच्चे का दूध गर्म करके उसे दूध पिलाने की नीयत से उठाने के लिए कमरे का रुख किया तो बच्चे को बिस्तर में न देखकर सकपका गई। बच्चे को बिस्तर में न पाकर परिजन बच्चे को पूरे घर मे ढूंढने लगे। कुछ देर बाद परिजनों ने बच्चे को छत में बने बाथरूम में रखी पानी की बाल्टी में मृत हालात में पाया। इस घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
(प्रतीकात्मक फोटो)