स्वर्ण पदक विजेता मानिनी कौशिक का सम्मान
जयपुर। जो मिले उसका सम्मान करो और हमेशा अपने काम पर ध्यान दो। कर्म करो फल की इच्छा मत करो।
यह बात मणिपाल विश्वविद्यालय जयपुर की बीएएलएलबी की छात्रा मानिनी कौशिक ने कही। मानिनी ने भारत की महिला एयर राइफल टीम में खेलते हुए 10 मीटर की विश्व निशानेबाजी चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल हासिल कर वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है। विवि द्वारा आयोजित सम्मान में मानिनी ने कहा कि मैडल मिलने के बाद भी ऐसा लगा कि अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। अगली बार और अच्छा प्रदर्शन करूंगी।
इस अवसर पर विवि के प्रेसिडेंट प्रो. जीके प्रभु ने मानिनी की इस सफलता पर उन्हें शुभकामनाएं दीं। साथ ही आगे मानिनी को शत प्रतिशत स्कालरशिप देने के साथ ही उनकी पढ़ाई के लिए पूर्ण रूप से सहयोग देने की बात कही। उन्होंने सन 2020 में होने वाले ओलंपिक में मानिनी को वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए अग्रिम शुभकामना दी।
कार्यक्रम में मौजूद मानिनी के पिता एवं सीकर में एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज के पद पर कार्यरत अनिल कौशिक ने सम्मान समारोह के आयोजन पर मणिपाल विवि का आभार जताया। उन्होंने कहा कि मानिनी अभी बहुत कुछ करना बाकी है। विवि की रजिस्ट्रार प्रो. वंदना सुहाग ने कहा कि मानिनी हमें तुम पर गर्व है। डीन, फेकल्टी ऑफ आर्ट एंड लॉ. प्रो. मृदुल श्रीवास्तव ने मानिनी को आगे भी इसी प्रकार से बेहतर प्रदर्शन करते रहने का आशीर्वाद दिया।
कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने गणेश वंदना, टीएमसी क्लब की ओर से एक गीत, सिनेफिलिया क्लब की और से वुमेन एम्पॉवरमेंट पर स्किट प्ले और छात्रा ऱि़द्धी ने वंदेमातरम पर सोलो डांस प्रस्तुत किया तो कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गडाहट से गूंज उठा। कार्यक्रम के आरंभ में मानिनी का ढोल-नगाड़ों से स्वागत किया गया।
मानिनी की उपलब्धियां : लॉ की विभागाध्यक्ष डॉ. विजय लक्ष्मी ने बताया कि मानिनी ने यह रिकॉर्ड 52वीं इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट्स फेडरेशन आईएसएसएफ वर्ल्ड चैंपियनशिप में खेलते हुए बनाया। इस चैंपियनशिप का आयोजन चैनगोन साउथ कोरिया में हुआ था।
गौरतलब है कि मानिनी ने 2016 में नेशनल चैंपियनशिप जीती थी। वहीं 2017 में राइजिंग स्टार अवार्ड राजस्थान की मुख्यमंत्री से प्राप्त कर चुकी हैं। इसके साथ ही मानिनी स्टेट एवं नेशनल चैंपियन रहने के साथ पिछले कई सालों में 31 नेशनल लेवल के, 8 स्टेट लेवल एवं 1 अंतरराष्ट्रीय स्तर का अवॉर्ड जीत चुकी हैं। इनमें 23 गोल्ड मैडल, 12 सिल्वर एवं 5 ब्रांज मैडल शामिल हैं।