मंदसौर में मासूम के साथ हैवानियत, जान बचाने के लिए बच्ची की आंतें काटनी पड़ी, सात घंटे चली सर्जरी
मंदौसोर। मंदसौर में जनाक्रोश जारी है। मासूम बच्ची के साथ हैवानियत के खिलाफ गुरुवार को बंद रहा शहर। पुलिस आरोपी इरफान को कोर्ट में पेश नहीं कर पाई। हालात के मद्देनजर शाम को कोर्ट खुद कंट्रोल रूम पहुंची, जहां आरोपी को 2 जुलाई तक पुलिस रिमांड में भेजने का फैसला हुआ।
एसपी ने बताया कि आरोपी का डीएनए टेस्ट होगा जिसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में मंगवाएंगे। उन्होंने 20 दिन में चालान पेश कर आरोपी को फांसी की सजा दिलवाने की बात भी कही।
जांच के लिए विशेषज्ञ पुलिस अफसरों की 15 सदस्यीय टीम बनाई है। इस बीच बार एसोसिएशन ने आरोपी की पैरवी नहीं करने का फैसला लिया है। एसोसिएशन ने कहा बच्ची के पक्ष में 100 वकील नि:शुल्क पैरवी करेंगे।
सात घंटे चली सर्जरी : एमवायएच अस्पताल के आईसीयू में विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम की देखरेख में बच्ची का इलाज चल रहा है। बुधवार रात से अब तक दो ऑपरेशन किए गए। शरीर के अलग अलग हिस्सों में हुई सर्जरी लगभग 7 घंटे तक चली। गले में टांके भी लगाने पड़े। हैवानियत के जख्म देखकर डॉक्टर भी कांपे। उसका इलाज कर रहे डॉक्टर डॉक्टर ब्रजेश लाहोटी ने बताया कि बच्ची को गंभीर चोटों के निशान हैं। प्राइवेट पार्ट्स को संक्रमित होने से बचाने के लिए और रैक्टम से मोशन पास हो सके, इसलिए आंतों को काटकर बाहर से रास्ता बनाया गया है। एक यूनिट ब्लड भी चढ़ाया है। थोड़ा थोड़ा पानी पीने की अनुमति दी है। बच्ची अभी भी सदमें में है।
माता पिता सदमें में : पिता बोले उस दिन बच्ची को लेने 15 मिनट लेट स्कूल गया। स्कूल पहुंचा तो वह वहां नहीं मिली। थाने में रिपोर्ट कराई। जिस दरिंदे ने मेरी बच्ची के साथ ऐसा किया है उसे चौराहे पर खड़ा करके फांसी लगा दो। तभी हमारी आत्मा को शांति मिलेगी। अस्पताल में पिता ने बताया कि मेरी बच्ची उठती है और सो जाती है। बात तो ज्यादा नहीं कर पाती है लेकिन पहचान गई। मां रोते हुए बोली बेटी को रोज दादी या पापा छोड़ने और लेने जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाली सात साल की बच्ची को मंगलवार छुट्टी के बाद स्कूल गेट से आरोपी इरफान लड्डू खिलाने के बहाने अपने साथ ले गया था। बुधवार को वह लहूलुहान हालत में झाड़ियों के बीच पड़ी मिली थी। इसके बाद बच्ची ने एंबुलेंस में मां को बताया था कि दो अंकल ने उसके साथ गंदा काम किया है। बच्ची द्वारा बताए गए दो लोगों में से पुलिस ने एक आरोपी इरफान को बुधवार रात गिरफ्तार किया, लेकिन दूसरे का अभी तक कोई पता नहीं चला है।
घटना से गुस्साए लोगों ने बुधवार रात को मंदसौर में तोड़फोड़ की और गुरुवार सुबह पुलिस कंट्रोल रूम के सामने जमा होकर आरोपी को खुद के हवाले करने की मांग करने लगे। पुलिस ने कंट्रोल रूम में भीड़ न घुसे इसके लिए सुबह से ही तीन चक्रों में कंट्रोलरूम की सुरक्षा के लिए बल तैनात कर दिया था। हालांकि इसके बाद भी भीड़ में से कई लोग कंट्रोल रूम में घुसने की कोशिश करते रहे।
आज भी मंदसौर में लोगों की भीड़ जमा है। विरोध प्रदर्शन और धरना जारी है।