बुधवार, 17 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. karnataka government will do asset recovery from bengaluru rioters like in uttar pradesh
Written By
Last Modified: बुधवार, 12 अगस्त 2020 (19:24 IST)

बेंगलुरू हिंसा : UP की तरह कर्नाटक सरकार दंगाइयों से करेगी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई, 110 लोग गिरफ्तार

बेंगलुरू हिंसा : UP की तरह कर्नाटक सरकार दंगाइयों से करेगी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई, 110 लोग गिरफ्तार - karnataka government will do asset recovery from bengaluru rioters like in uttar pradesh
बेंगलुरू। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मंगलवार रात भड़की हिंसा के बाद तमाम इलाकों में भारी सुरक्षा की गई है। कई इलाकों में पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बल की तैनाती की गई है। पुलाकेशी नगर में हुई हिंसा के मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

तमाम कानूनी कार्रवाईयों के बीच कर्नाटक के विधायक अखंड श्रीनिवासमूर्ति ने येदियुरप्पा सरकार से उन्हें सुरक्षा देने की मांग की है। कर्नाटक सरकार के मंत्री सीटी रवि ने कहा कि बेंगलुरु की हिस्सा सुनियोजित थी और हमारे पास कुछ संदिग्ध है जिसकी जांच कराई जा रही है। संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के लिए पेट्रोल बम और पत्थरों का प्रयोग किया गया। 300 से ज्यादा गाड़ियां जलाई गईं। हम उत्तरप्रदेश की तरह दंगा करने वालों से नुकसान की भरपाई करेंगे। 
 
येदियुरप्पा सरकार पर कांग्रेस का निशाना : कांग्रेस ने बेंगलुरू में हुई हिंसा की निंदा करते हुए बुधवार को कनार्टक की भाजपा सरकार से सवाल किया कि क्या बीएस येदियुरप्पा सरकार सो रही थी, या फिर हिंसा होने की प्रतीक्षा कर रही थी? पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने यह दावा भी किया कि इस घटना से कानून-व्यवस्था की विफलता साबित हुई है। उन्होंने ट्वीट किया कि बेंगलुरू हिंसा, दंगा और आगजनी निंदनीय एवं अस्वीकार्य है। यह कानून-व्यवस्था की मशीनरी और कानून के शासन की पूरी तरह विफलता है।
 
कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि क्या येदियुरप्पा सरकार सो रही थी या हिंसा होने की प्रतीक्षा कर रही थी? पुलिस ने समय पर कार्रवाई क्यों नहीं की? तीन मौतों का जिम्मेदार कौन है?
शांति बहाल का दिया आश्वासन :  कर्नाटक में विपक्षी दल कांग्रेस और जद (एस) ने शहर के हिंसा प्रभावित इलाकों में शांति बहाल करने के लिए राज्य सरकार का साथ देने का आश्वासन दिया और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की।
 
दोनों पार्टियों के नेताओं ने कहा कि ऐसी खबरें हैं, जिससे इसके एक ‘सोची-समझी साजिश’ होने का संदेह उत्पन्न होता है। विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने ट्वीट किया कि  कवल ब्य्रासंद्र में हुई हिंसा और लोगों को उकसाने वाले सोशल मीडिया की निंदा करता हूं। 
 
उन्होंने कहा कि मैं इलाके में रहने वाले हिंदू और मुस्लिम दोनों से संयम बरतने, शांति कायम रखने और सद्भाव के साथ रहने की अपील करता हूं। सिद्धरमैया ने मामले पर बेंगलुरू पुलिस आयुक्त से बात करने की जानकारी देते हुए कर्नाटक सरकार को शांति बहाल करने के लिए पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
 
उन्होंने कहा कि हमारा तजुर्बा हमें बताता है कि साम्प्रदायिक दंगों में नुकसान केवल बेकसूर लोगों का ही होता है। मैं दोनों धर्मों के नेताओं से बात कर समस्या का सौहार्दपूर्वक हल निकालने और इलाके में शांति बहाल करने की अपील करता हूं।
 
राज्य कांग्रेस के प्रमुख डी. के. शिवकुमार ने हिंसा की निंदा करते हुए कहा कि किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए और हम कानून के तहत की जा रही हर कार्रवाई में सरकार को पूर्ण समर्थन का आश्वासन देते हैं।
 
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाया जाना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। मैंने मीडिया से भड़काऊ ट्वीट के बारे में भी सुना है। जिसने भी यह किया है, यह गलत है.. यह पूरी घटना ही गलत है।
 
शिवकुमार ने कहा कि हमारे विधायक कल रात मौके पर गए थे लेकिन स्थिति पर काबू नहीं पाया जा सका। मुझे मीडिया में आ रही खबरों से पता चला है कि यह एक सोची समझी साजिश थी।
 
जद (एस) के वरिष्ठ नेता एचडी गौड़ा ने भी ट्वीट करके हिंसा की निंदा की और सरकार से घटना में शामिल लोगों के खिलाफ ‘कठोर’ कार्रवाई की मांग की। गौड़ा के बेटे एवं पूर्व मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने भी धर्म के नाम पर कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
 
उन्होंने ट्वीट किया कि कोई धर्म या समुदाय कानून से ऊपर नहीं है और जो कोई भी कानून के शासन का सम्मान नहीं करता, उसे दंडित किया जाना चाहिए। सरकार कड़ी कार्रवाई कर यह सुनिश्चित करे कि ऐसा दोबारा न हो। उन्होंने भी कहा कि यह घटना एक ‘सोची-समझी साजिश’ प्रतीत होती है।
 
110 लोगों की गिरफ्‍तारी : कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति के एक कथित रिश्तेदार द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किए जाने के बाद हुई हिंसा को काबू करने के लिए पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हुए हैं। बेंगलुरू के पुलिस आयुक्त कमल पंत ने कहा कि पुलिस की गोलीबारी में तीन लोग मारे गए। उन्होंने बताया कि बेंगलुरू के पुलाकेशी नगर में हुई हिंसा के मामले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। (इनपुट भाषा)
ये भी पढ़ें
केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक Coronavirus की चपेट में, Tweet कर दी जानकारी