उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव बने IAS आनंद बर्द्धन
Uttarakhand New Chief Secretary : उत्तराखंड के नए मुख्य सचिव की नियुक्ति की गई है। राज्य के सीनियर आईएएस अफसर आनंद बर्द्धन (IAS Anand Bardhan) को उत्तराखंड का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। आनंद बर्द्धन का लंबा प्रशासनिक अनुभव रहा है। राज्य सरकार ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। मौजूदा मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का सेवाकाल 31 मार्च को समाप्त हो हो जाएगा। उन्हें इससे पहले सेवा विस्तार भी मिल चुका है।
खबरों के अनुसार, वरिष्ठ आईएएस आनंद बर्द्धन को उत्तराखंड का अगला मुख्य सचिव नियुक्त कर दिया गया है। मौजूदा मुख्य सचिव राधा रतूड़ी का सेवाकाल 31 मार्च को समाप्त हो हो जाएगा। उन्हें इससे पहले सेवा विस्तार भी मिल चुका है। ऐसे में 1992 बैच के आईएएस आनंद बर्द्धन का नाम सबसे ऊपर माना जा रहा है। आनंद बर्द्धन को एक अप्रैल को पदभार ग्रहण करना है।
आनंद बर्द्धन 1992 बैच के अधिकारी हैं। उनके बाद दो वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं, जिनकी मुख्य सचिव पद के लिए निर्धारित सेवा अवधि पूरी नहीं हुई थी। आनंद बर्द्धन का लंबा प्रशासनिक अनुभव रहा है। 1992 में उन्हें यूपी कैडर आवंटित हुआ था। वह रामपुर, इटावा, पौड़ी, नैनीताल और हरिद्वार के जिला मजिस्ट्रेट और कलेक्टर सहित कई पदों पर रहे।
उन्होंने वित्तीय संस्थानों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में सेवा की। प्रमुख सचिव के तौर पर उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, सिंचाई, लघु सिंचाई, खनन, सैनिक कल्याण, पुनर्गठन, आबकारी, उच्च शिक्षा, योजना, ईएपी के रूप में कार्य देखे। वह मुख्यमंत्री धामी के अतिरिक्त मुख्य सचिव भी रह चुके हैं।
गंगोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को सुबह खुलेंगे : उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित विश्व प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर रोहिणी नक्षत्र में सुबह साढ़े दस बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इसी दिन उत्तरकाशी जिले में स्थित एक अन्य धाम यमुनोत्री के कपाट भी खोले जाएंगे और इसके साथ ही प्रदेश में चारधाम यात्रा की शुरुआत हो जाएगी।
गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव सुरेश सेमवाल ने बताया कि हिंदू नववर्ष व चैत्र शुक्ल प्रतिपदा के नवरात्रि के पहले दिन रविवार को गंगोत्री धाम के कपाट खुलने का मुहूर्त निकाला गया। उन्होंने बताया कि देवी गंगा की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा गांव से 29 अप्रैल को दोपहर करीब 12 बजे गंगोत्री धाम के लिए प्रस्थान करेगी और भैरों घाटी स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी।
यहां से अगले दिन 30 अप्रैल की सुबह नौ बजे देवी गंगा की डोली गंगोत्री धाम पहुंचेगी जहां विधिवत पूजा अर्चना और हवन करने के बाद ठीक 10:30 बजे उसके कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। यमुनोत्री धाम के कपाट भी अक्षय तृतीया के पर्व पर श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे। हालांकि, कपाट खुलने का मुहूर्त छह अप्रैल को यमुना जयंती के अवसर पर तय किया जाएगा। दो अन्य धामों-केदारनाथ और बदरीनाथ के कपाट क्रमश: दो मई और चार मई को खोले जाएंगे।
Edited By : Chetan Gour