नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज टीआईई ग्लोबल समिट 2020 को संबोधित किया। केजरीवाल ने दिल्ली में एक व्यापक बुनियादी ढांचे के निर्माण और इसे एक वैश्विक स्टार्टअप डेस्टिनेशन में बदलने को लेकर दिल्ली सरकार के प्रयासों को साझा किया।
अरविंद केजरीवाल इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले भारत के एकमात्र मुख्यमंत्री थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार कोविड के प्रभाव को पीछे छोड़ते हुए मजबूती से वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुझे खुशी है कि दिल्ली, भारत में स्टार्टअप स्थान के रूप में नेतृत्व करने की स्थिति प्राप्त कर ली है।
दिल्ली में 7000 से अधिक स्टार्टअप हैं। दिल्ली देश में सबसे अधिक सक्रिय स्टार्टअप वाला शहर है, जिसका अनुमानित मुल्यांकन करीब 50 बिलियन डॉलर है।
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में नए हाईटेक औद्योगिक क्षेत्रों की स्थापना के साथ पुराने औद्योगिक क्षेत्रों के उद्योगों को बिना कंवर्जन शुल्क का भुगतान किए नए क्षेत्रों में स्थानांतरित करने का विकल्प होगा, जो साफ-सुथरी और ग्रीन दिल्ली बनाने में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
स्टार्टअप नीति के तहत हम समानांतर मुक्त ऋण प्रदान करने और स्टार्टअप के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन स्थापित करने की योजना बना रहे हैं, ताकि उनकी चिंताओं को दूर किया जा सके और सरकार की सेवाओं के उपयोग में मदद की जा सके। केजरीवाल ने कहा कि टीआईई ग्लोबल समिट का हिस्सा बनना और आज आप सभी से बात करना खुशी की बात है।
दुनिया भर की तरह दिल्ली की अर्थव्यवस्था भी कोरोनावायरस महामारी से बुरी तरह से प्रभावित हुई है। कई व्यवसाय सुचारू बने रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और कई लोग अपनी नौकरी खो चुके हैं जबकि सभी व्यवसाय संघर्ष कर रहे हैं तो मैं समझ सकता हूं कि स्टार्टअप को और भी कठिन समय का सामना करना पड़ रहा होगा।
दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि कोविड के प्रभाव को पीछे छोड़ते हुए मजबूती से वापसी करें। हम व्यवसायों के लिए विशेषकर स्टार्टअप को फलने-फूलने के लिए सभी अनुकूल माहौल देना चाहते हैं। मुझे यह जानकर खुशी है कि भारत में दिल्ली ने स्टार्टअप स्थान के रूप में नेतृत्व की स्थिति ले ली है।
7000 से ज्यादा स्टार्टअप : टीआईई की सितंबर 2019 के एक रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र से 7000 से अधिक स्टार्टअप हैं, जो देश में दिल्ली को सबसे अधिक सक्रिय स्टार्टअप का क्षेत्र बनाता है। यह अनुमान है कि शहर के स्टार्ट-अप का मूल्यांकन लगभग 50 बिलियन डॉलर के बराबर है।
इस क्षेत्र में लगभग 13 प्रभावशाली स्टार्टअप जैसे पेटीएम, ओयो, और जोमैटो हैं। 2013 के बाद से प्रत्येक वर्ष कम से कम एक नया प्रभावशाली स्टार्टअप उभर रहा है।
दिल्ली एनसीआर में जनवरी और जून 2020 के बीच, 109 स्टार्टअप स्थापित किए गए। इस साल के पहले छह महीनों में पूरे भारत के मुकाबले दिल्ली एनसीआर में सबसे अधिक स्टार्टअप स्थापित किए गए हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली-एनसीआर शीर्ष पांच वैश्विक स्टार्टअप हब में से एक बनने के लिए तैयार है, जिसमें 12,000 स्टार्टअप और 30 प्रभावशाली स्टार्टअप हैं।
उनका मूल्यांकन 2025 तक बढ़कर लगभग 150 बिलियन डॉलर हो जाएगा। यही कारण है कि दिल्ली सरकार, दिल्ली को विश्व स्तर पर स्टार्ट-अप का पसंदीदा स्थान सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सभी स्टार्टअप्स को अच्छे बुनियादी ढांचे की जरूरत है। दिल्ली सरकार, दिल्ली में स्टार्ट-अप और व्यवसायों के लिए विश्वस्तरीय बुनियादी ढांचा और सेवाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें बिजली आपूर्ति, सड़क, सार्वजनिक परिवहन, जल आपूर्ति, शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचा शामिल है।
इंडस एंटरप्रेन्योर (टीआईई) ग्लोबल समिट विश्व के नेताओं, उद्यमियों, निवेशकों और मेंटर्स का एक वर्चुअल सम्मेलन है। इस शिखर सम्मेलन में सरकारी एजेंसियों, एंजेल इन्वेस्टर्स, वेंचर कैपिटलिस्ट, पीईएस, ग्लोबल इंडस्ट्री लीडर्स हिस्सा ले रहे हैं।