मंगलवार, 16 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. समाचार
  2. मुख्य ख़बरें
  3. प्रादेशिक
  4. 4 Asiatic bear cubs to be released in Arunachal Pradesh tiger reserve
Written By
Last Modified: रविवार, 25 सितम्बर 2022 (13:44 IST)

अरुणाचल के अभयारण्य में छोड़े जाएंगे एशियाई भालू के 4 शावक

अरुणाचल के अभयारण्य में छोड़े जाएंगे एशियाई भालू के 4 शावक - 4 Asiatic bear cubs to be released in Arunachal Pradesh tiger reserve
ईटानगर। अरुणाचल प्रदेश का पक्के बाघ अभयारण्य (पीटीआर) 5 महीने की सियांग और भालू के 3 अन्य शावकों का नया आशियाना होगा। पिछले कुछ महीनों में विशेषज्ञों की देखरेख में एशियाई काले भालू के इन शावकों ने खुद को राष्ट्रीय उद्यान के वातावरण के अनुरूप ढाल लिया है।
 
मादा शावक सियांग को स्थानीय पर्यावरणविदों ने उस समय बचाया था, जब वह केवल एक महीने की थी। इस नन्हीं भालू को ईटानगर स्थित रीछ पुनर्वास एवं संरक्षण केंद्र (सीबीआरसी) लाया गया था, जहां इसके स्वास्थ्य की देखभाल की गई।
 
एक अधिकारी ने बताया कि इस शावक को सियांग नदी की तलहटी में पाया गया था, जहां वह बिना पानी के तड़प रही थी, इसलिए उसका नाम सियांग नदी के नाम पर रखा गया। सीबीआरसी के अधिकारी ने कहा कि केंद्र में सियांग को तीन और दोस्त मिले, जिन्हें उसी की तरह बचाया गया था। इनमें दो नर-डेन और इटना तथा एक और मादा शावक देवी शामिल है।

अधिकारी के मुताबिक, चारों शावक जल्द ही आपस में घुलमिल गए। उन्होंने कहा, भालू के अनाथ शावकों को जंगल में छोड़े जाने से पहले उन्हें वातावरण के अनुकूल ढालने की प्रक्रिया की जाती है। इन चारों भालुओं को इस साल दिसंबर या अगले वर्ष जनवरी की शुरुआत में पक्के बाघ अभयारण्य में छोड़ा जाएगा।

सीबीआरसी के प्रमुख पंजित बासुमतारी ने बताया कि सियांग चारों शावकों में सबसे ज्यादा सक्रिय है और वन कर्मियों की पसंदीदा भी। उन्होंने कहा कि अवैध शिकारी अक्सर एशियाई भालुओं को उनकी चमड़ी के लिए मारते हैं, जिससे उनके शावक अनाथ हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि वनों का दायरा घटने और अन्य कारणों से एशियाई भालुओं की संख्या में कमी आई है।(भाषा)
सांकेतिक फोटो
ये भी पढ़ें
24 साल बाद कांग्रेस को मिलेगा गैर गांधी अध्यक्ष, हैरान कर देगी इन 4 चुनावों की कहानी