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Written By भाषा
Last Modified: जयपुर , शनिवार, 7 दिसंबर 2013 (11:49 IST)

राजस्थान में रविवार को खुलेगा अधिक मतदान का राज...

राजस्थान में रविवार को खुलेगा अधिक मतदान का राज... -
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जयपुर। राजस्थान में 14वीं विधानसभा के गठन के लिए 200 में से 199 सीटों के लिए 1 दिसंबर को हुए ऐतिहासिक 75.20 फीसद मतदान से प्रदेश की सत्ताधारी कांग्रेस और प्रमुख विपक्षी दल भाजपा चुनाव नतीजे को लेकर पसोपेश में हैं। हालांकि दोनों दल अपनी अपनी सरकार बनाने के दावे कर रहे हैं।

अत्यधिक मतदान प्रतिशत को दृष्टिगत रखते हुए चुनाव नतीजे की संभावना पर कांग्रेस और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने अपने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा कि ऊंट किस करवट बैठेगा, यह 8 दिसंबर को सामने आ जाएगा। लेकिन यह सही है कि ऐतिहासिक मतदान से नतीजे को लेकर हम पसोपेश में हैं।

सरकार बनाने के दावों से पर्दा 8 दिसंबर को मतगणना शुरू होने पर उठेगा। प्रदेश के 33 जिला मुख्यालयों पर मतगणना प्रात: 8 बजे से कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच शुरू होगी। चुनाव के नतीजे मध्याह्न तक मिल जाने की उम्मीद है। प्रदेश की चूरू विधानसभा सीट के लिए 13 दिसंबर को मतदान होगा।

प्रदेश के 4 करोड़ 5 लाख 33 हजार 566 मतदाताओं में से 3 करोड़ 48 लाख 193 मतदाताओं ने 1 दिसंबर को रिकॉर्डतोड़ मतदान किया था। महिलाओं ने 75.51 फीसद मतदान कर पुरुष मतदाताओं को (74.91 फीसद) पीछे छोड़ दिया।

मतगणना में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद की प्रत्याशी वसुंधरा राजे, विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चंद्रभान तथा अशोक गहलोत मंत्रिमंडल के 25 सदस्यों के राजनीतिक भाग्य का फैसला होगा। प्रदेश में सरकार फिर से कांग्रेस बनाएगी या भाजपा या फिर गठबंधन की सरकार बनेगी, इसका निर्णय 8 दिसंबर को हो जाएगा।

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राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर की सरदारपुरा सीट से तथा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वसुंधरा राजे ने झालावाड़ जिले की झालरापाटन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में दोनों ही नेता सबसे आगे हैं।

मतदाताओं ने ईवीएम मशीनों में गुजरात की राज्यपाल डॉ. कमला के पुत्र आलोक कुमार, हरियाणा के राज्यपाल जगन्नाथ पहाड़िया के पुत्र ओमप्रकाश पहाड़िया, गुजरात के पूर्व राज्यपाल दिवंगत नवलकिशोर शर्मा के पु़त्र राज्य के शिक्षामंत्री बृजकिशोर शर्मा, केंद्रीय श्रममंत्री शीशराम ओला के पुत्र राज्य के पूर्व आपदा राहत राज्यमंत्री बृजेन्द्र ओला, पूर्व विदेश मंत्री कुंवर नटवरसिंह के पुत्र जगत सिंह तथा पूर्व विदेश मंत्री जसवंतसिंह के पुत्र मानवेन्द्र सिंह की राजनीतिक किस्मत का फैसला भी बंद किया है।

मतगणना में विपक्ष के नेता गुलाबचंद कटारिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान, अशोक गहलोत मंत्रिमंडल के सदस्य चिकित्सा मंत्री एमामुद्दीन खान, सार्वजनिक निर्माण मंत्री भरत सिंह, पर्यटन मंत्री बीना काक, शिक्षामंत्री बृजकिशोर शर्मा, कृषिमंत्री हरजीराम बुरडक, राजस्व मंत्री हेमाराम चौधरी, जनजाति विकास मंत्री महेन्द्र सिंह मालवीय, सहकारिता मंत्री परसादीलाल मीणा, नगरीय विकास मंत्री शांतिलाल धारीवाल, उर्जा मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह के भाग्य का फैसला होना है।

इनके अलावा राज्य के उद्योग मंत्री राजेन्द्र पारीक, सामाजिक न्याय एवं नियोजन मंत्री अशोक बैरवा (सभी कैबिनेट) तथा राज्यमंत्री वीरेन्द्र बेनीवाल, अमीन खान, रामकिशोर सैनी, डॉ. दयाराम परमार, गुरमीत सिंह कुन्नर, मांगीलाल गरासिया, राजेन्द्र सिंह गुढ़ा, मुरारीलाल मीणा, बृजेन्द्र सिंह ओला, नसीम अख्तर, मंजू देवी मेघवाल और विनोद कुमार का राजनीतिक भविष्य भी तय होगा।

कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रदेश की सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं वहीं बहुजन समाज पार्टी 195 सीटों पर, माकपा 38 सीटों पर, भाकपा 23 सीटों पर, राकांपा 16 सीटों पर, नेशनल पीपुल्स पार्टी 150 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। अन्य विभिन्न पार्टियों के 666 तथा 758 निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतरे थे।

राजनीतिक पंडितों के अनुसार 14वीं विधानसभा के गठन के लिए हुए 75.20 प्रतिशत मतदान के नतीजे चौंकाने वाले होंगे। गत विधानसभा चुनाव से इस चुनाव में हुए 9.22 प्रतिशत अधिक मतदान ने राजनीतिक पार्टियों की स्थिति उलझाकर रख दी है। पसोपेश में फंसे कांग्रेस और भाजपा के नेता 8 दिसंबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

राजनीतिक प्रेक्षक जैसलमेर जिले में प्रदेश के सर्वाधिक मतदान 85.26 प्रतिशत को लेकर विश्लेषण कर रहे हैं। जैसलमेर जिले में अल्पसंख्यक और मेघवाल जाति के मतदाताओं की तादाद काफी है और इनका जुड़ाव कांग्रेस के साथ माना जाता है। साथ ही इस जिले में राजपूत मतदाताओं का झुकाव भाजपा की ओर है।

प्रदेश की चूरू विधानसभा सीट से बसपा के उम्मीदवार के निधन के कारण 1 दिसंबर को मतदान नहीं हुआ था। चुनाव आयोग ने इस सीट के लिए 13 दिसंबर को मतदान कराने का कार्यक्रम घोषित कर रखा है। (भाषा)