Last Modified: नई दिल्ली (भाषा) ,
गुरुवार, 13 नवंबर 2008 (20:09 IST)
भाजपा में भी बिकते हैं टिकट!
कांग्रेस के बाद भाजपा को भी धन के बदले टिकट आरोपों का सामना करना पड़ा और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के नजदीकी सलाहकार तथा सांसद विश्वेन्द्रसिंह ने राज्य विधानसभा चुनाव के पार्टी उम्मीदवारों के चयन में धन शक्ति को मुख्य कारक बताते हुए गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया।
भरतपुर से सांसद सिंह ने यहाँ कहा मैं भाजपा का सक्रिय सदस्य और राजस्थान की मुख्यमंत्री का राजनीतिक सलाहकार रहा हूँ। मैंने चीजों को बहुत नजदीक से देखा है। राजस्थान विधानसभा चुनावों के लिए टिकटों को बेचे जाने को देखकर मैं स्तब्ध हूँ और इसके कारण मैंने पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला किया है।
सिंह के इस्तीफे पर राजस्थान मामलों के भाजपा प्रभारी गोपीनाथ मुंडे ने कहा कि विश्वेन्द्र के जाने से राज्य के चुनावों में पार्टी की संभावनाएँ तनिक भी प्रभावित नहीं होंगी। मुंडे ने कहा विश्वेन्द्र पार्टी से कुछ ज्यादा ही माँग रहे थे। हमने अपनी ओर से काफी कोशिश की, लेकिन हर चीज की हद होती है।
कांग्रेस नेता माग्रेट अल्वा ने हाल ही में अपनी पार्टी पर आरोप लगाया है कि कर्नाटक विधानसभा चुनावों में टिकट बेचे गए हैं। इसके कुछ ही दिन बाद अब भाजपा में विश्वेन्द्र ने अपनी पार्टी पर यह आरोप लगाया है।