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Written By WD News Desk
Last Updated : मंगलवार, 18 फ़रवरी 2025 (14:56 IST)

प्रयागराज महाकुंभ 2025 में अब तक घटी घटनाओं की लिस्ट

प्रयागराज महाकुंभ 2025 में अब तक घटी घटनाओं की लिस्ट - list of incidents so far in prayagraj mahakumbh 2025
prayagraj kumbh mela 2025: प्रयागराज में महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी 2025 को हुई थी और इसका समापन 26 फरवरी महाशिवरात्रि के दिन होगा। इस दौरान इस प्रयाग कुंभ मेले में कई तरह के अच्छे और बुरे घटनाक्रम हुए लेकिन फिर भी यह आश्चर्य की बात है कि अब तक 50 करोड़ लोगों ने कुंभ में न केवल स्नान किया बल्कि सभी के लिए भोजन पानी की व्यवस्था भी अच्छी रही। कुल मिलाकर सदी के इस सबसे बड़े कुंभ की व्यवस्था का कार्य चुनौतिभरा था लेकिन यह आश्चर्यजनक रूप से संपन्न हो गया।
 
1. आग : महाकुंभ में छोटी और बड़ी मिलाकर अब तक आग की कुल 5 घटनाएं घटी है। 19 जनवरी की शाम को शास्त्री ब्रिज के नीचे सेक्टर नंबर 19 में गीता प्रेस के कैंप में आग लगी थी। उस घटना में गीता प्रेस के 170 कॉटेज जलकर राख हो गए थे। इसके बाद 7 फरवरी को सेक्टर-18 में स्थित अंतरराष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ (इस्कॉन) के शिविर में सुबह आग लग गई। आग की चपेट में आने से 20 से 22 टेंट जलकर खाक हो गए। इसके बाद पहले सेक्टर 22 में और फिर सेक्टर 8 में भीषण आग लगी। राहत की बात ये रही कि इसमें किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।ALSO READ: प्रयागराज महाकुंभ की अद्भुत और अलौकिक यात्रा, पांवों ने जवाब दे दिया पर उत्साह कम नहीं हुआ
 
2. भगदड़: महाकुंभ में 29 जनवरी बुधवार को मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट के पास भगदड़ मच गई। संगमनोज पर स्नान करने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी और भगदड़ मच गई। जिसमें ब्रह्म बेला का इंतजार कर रहे 30 श्रद्‍धालुओं की जान चली गई, जबकि कई लोग घायल हो गए। बताया जाता है कि इस दिन भगदड़ की दो घटनाएं घटी थीं। इसके बाद प्रयागराज कुंभ में जाने के लिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 15 फरवरी की रात यात्रियों की भीड़ अधिक होने से भगदड़ मच गई। मीडिया खबरों के मुताबिक इसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी।
 
3. सोशल मीडिया वायरल: महाकुंभ में रुद्राक्ष की माला बेचने वाली इंदौर के पास महेश्वर की लड़की मोनालिसा भोसले अपनी सुंदरता और खूबसूरत आंखों के कारण कुंभ की वायरल गर्ल बन गई। फेमस होने के बाद अब उसे एक फिल्म मिल गई है। मोनालिसा को निर्देशक सनोज मिश्रा ने अपनी फिल्म 'द डायरी ऑफ मणिपुर' के लिए कास्ट कर लिया है। इसके अलावा महाकुंभ में IIT बाबा के नाम से मशहूर हुए अभयसिंह के कुंभ में आने के बाद वीडियो खूब वायरल हुए। बाद में ये अपने बयानों को लेकर विवादों में घिर गए। बाबा के अलावा कुंभ में एक ऐसी साध्वी आई हैं जिनकी खूबसूरती सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। इसका नाम है हर्षा रिछारिया। खुद को आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी श्री कैलाशानंदगिरिजी महाराज निरंजनी अखाड़ा की शिष्या बताती हैं। हालांकि, बाद में उनके बारे में कई विवाद भी सामने आए। इसके अलावा कई अजीबोगरीब बाबाओं के वीडियो भी खूब वायरल हुए। ALSO READ: महाकुंभ की ओर जाने वाली सभी सड़कें जाम, काशी और अयोध्या में व्यवस्था चरमराई
 
प्रयागराज की अनामिका शर्मा ने बैंकॉक में कुंभ का झंडा फहराकर भारत का नाम रोशन किया। स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पवेल जॉब्स ने भी महाकुंभ में भाग लिया। उन्होंने कैलाशानंद गिरि जी के आश्रम में रहकर आध्यात्म का मार्ग अपनाया। यहां उन्हें नया नाम कमला मिला। महाकुंभ में उनकी उपस्थिति ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा।
 
4. वर्ल्ड रिकॉर्ड : 50 करोड़ लोगों द्वारा एक ही नदी में सीमित समय में स्नान करना अपने आप में ही एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। 14 फरवरी को 15 हजार सफाईकर्मी 10 किलोमीटर के संगम क्षेत्र की एक साथ सफाई करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उल्लेखनीय है कि विश्‍व में इतने बड़े पैमाने पर और इतने लोगों द्वारा कभी सफाई नहीं की गई। इससे पहले कुंभ 2019 में भी 10 हजार सफाई कर्मचारियों ने एक साथ झाड़ू लगाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था। 6 फरवरी को त्रिवेणी मार्ग पर ई-रिक्शा की सबसे लंबी परेड ने एक नया रिकॉर्ड बनाया। 15 फरवरी को 300 कर्मचारियों ने नदी की सफाई का अभियान चलाकर रिकॉर्ड बनाया। 17 फरवरी को सिंगल ईवेंट में 10 हजार लोगों से हैंडप्रिंट्स लिए। महाकुंभ मेले में स्थापित डिजिटल खोया-पाया केंद्रों ने 20,000 से अधिक बिछड़े लोगों को उनके प्रियजनों से मिलाने में मदद की है। महाकुंभ में अपने तरह का यह एक वर्ल्ड रिकॉर्ड था। 

5. महाजाम: कुंभ मेले में जाने के लिए प्रयागराज के आसपास महाजाम का नजारा देखा गया। दूरदराज से श्रृद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए तीर्थराज प्रयाग आ रहे हैं। प्रयागराज के आसपास के जिलों में भी जाम की स्थिति ऐसी रही की लोग 24 घंटे तक जाम में फंसे रहे। कई लोगों ने तो सड़कों पर ही रात गुजारी। पुलिस ने भीड़ के दबाव के चलते तीर्थयात्रियों को अपने जिलों में ही रोक लिया है, सड़कों पर वाहन रेंगते हुए दिखाई दे रहे हैं।  कुंभ के तरफ जाने वाली सभी सीमाओं पर वाहनों की कतारें ही कतारें नजर आ रही थीं। कोई गुजरात से, मध्यप्रदेश, कर्नाटक से गुजरात से, राजस्थान से कोई दिल्ली से तो कोई कानपुर से प्रयागराज आ रहा है उसे 8-10 घंटे जाम से जूझते हुए हो गए हैं। यदि जाम ट्रैफिक खुल भी रहा है तो चार पहिया वाहनों की तादाद इतनी ज़्यादा है की गाड़ियां चल नहीं रही बल्कि 1-1 एक इंच रेंग रही है।