प्रयागराज कुंभ में विदेशी बने महामंडलेश्वर, पुरी दुनिया में करेंगे हिन्दू धर्म का प्रचार
प्रयागराज। कुंभ नगरी प्रयागराज में निर्मोही अखाड़े ने 9 विदेशियों को पट्टाभिषेक कर उन्हें महामंडलेश्वर की पदवी दी। निर्मोही अखाड़े ने जिन 9 विदेशियों का पट्टाभिषेक किया उनमें से तीन महिलाएं हैं।
इन विदेशी संतों में फ्रांस के एंडर मॉनोसमी उर्फ जयेन्द्र दास, इजराइल के डारन शैनॉन उर्फ ध्यानानंद दास, यूएस के टेलर मैमुअल फ्रीडमैन उर्फ त्यागानंदा और जोनाथन मिशेल उर्फ जीवननंदा दास, यूएस एरिजोना के पीटर उर्फ स्वामी परमेश्वरानंद और एलेक्जेंडर जॉन उर्फ अनंतादंन दास को महामंलेश्वर बनाया गया। इसी तरह टोक्यो जापान की रक्यों उर्फ राजेश्वरी देवी, यूएस की जैमी एलीन उर्फ श्रीदेवी दासी और यूएस की ही लीला मारिया उर्फ ललिता श्रीदासी को भी महामंडलेश्वर की पदवी प्रदान की गई।
उक्त सभी को सबसे पहले अखाड़े के प्रमुख महामंडलेश्वरों ने दीक्षा दी। इसके बाद इनकी चादरपोशी की रस्म हुई। इस मौके पर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि और गुजरात के सीएम विजय रुपाणी भी मौजूद थे।
अखाड़े के एक संत के अनुसार हरिद्वार में लगने वाले कुंभ में 40 विदेशी संतों को महामंडलेश्वर बनाया जाएगा। सभी अखाड़े की विदेशी महामंडलेश्वर साई मां के भक्त हैं। सभी विदेशी संत महामंडलेश्वर बनने के बाद सनातन धर्म का प्रचार प्रसार करेंगे।