हारून यूसुफ की प्रोफाइल, 8वीं बार बल्लीमारन से मैदान में, क्या इस बार लगेगा जीत का दांव
Haroon Yusuf Profile in hindi : कांग्रेस के दिग्गज नेता और मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले हारून यूसुफ (Haroon Yusuf) 1993 में पहली बार बल्लीमारान सीट से विधायक चुने गए। इसके बाद वे 2013 तक लगातार विधायक रहे हैं। 2015 और 2020 में आम आदमी पार्टी के इमरान हुसैन से हार का सामना करना पड़ा है। एक बार फिर से हारून यूसुफ बल्लीमारान सीट से ही कांग्रेस के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं और उनका मुकाबला इमरान हुसैन और भाजपा के कमल बागड़ी से है। 8वीं बार कांग्रेस ने अपने दिग्गज नेता हारून यूसुफ को टिकट दिया है।
राजनीतिक करियर : हारून यूसुफ की राजनीतिक शुरुआत 1988 में हुई जब उन्हें दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के सचिव के रूप में चुना गया और उन्होंने अखिल भारतीय युवा कांग्रेस विंग के एंटी-नारकोटिक सेल के अध्यक्ष का कार्यभार संभाला और 1989 में उन्हें अखिल भारतीय युवा कांग्रेस विंग का संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया। 1993 में पहली बार बल्लीमारान से दिल्ली विधानसभा के लिए चुने गए थे और तब से 2015 तक हर विधानसभा चुनाव में उसी निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे।
2013 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में वे बल्लीमारान निर्वाचन क्षेत्र से 5वीं बार चुने गए थे। वे दिल्ली वक्फ बोर्ड के पहले निर्वाचित अध्यक्ष (1999-2004) हैं। 2001 में वे दिल्ली सरकार में विकास, राजस्व, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण तथा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग मंत्री बने। 2003 में वे विद्युत एवं परिवहन मंत्री बने। 2008 में उन्होंने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति तथा उद्योग विभाग के मंत्री का पद संभाला।
जन्म और शिक्षा : हारून युसूफ का जन्म 6 मार्च 1958 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता का नाम मो. यूसुफ है। हारून युसूफ ने जाकिर हुसैन दिल्ली कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर किया है। हारून यूसुफ की पत्नी का नाम बुशरा यूसुफ है और उनके 3 बच्चे हैं।