अनंत चतुर्दशी का व्रत भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी के दिन रखा जाता है। इस बार 9 सिंतबर 2022 शुक्रवार को अनंत चतुर्दशी का व्रत रखा जाएगा। अनंत चतुर्दशी पर श्रीहरि विष्णु की पूजा करने से संकट दूर होकर सुखी मिलता है। जानें, इस दिन के शुभ मुहूर्त और जानिए कि कैसे करें अनंत भगवान की पूजा।
अनंत चतुर्दशी के शुभ मुहूर्त : ( Anant Chaturdashi ke Shubh Muhurta 2022 ) :
- चतुर्दशी तिथि शाम 06:07 तक उपरांत पूर्णिमा
- अभिजित मुहूर्त : दोपहर 12:11 से 01:00 बजे तक।
- विजय मुहूर्त : दोपहर 02:39 से 03:29 बजे तक।
- गोधूलि मुहूर्त : शाम 06:34 से 06:58 बजे तक।
अनंत चतुर्दशी के शुभ योग ( Anant Chaturdashi ke Shubh Yog 2022 ) :
- रवि योग : सुबह 06:25 से 11:35 बजे तक।
- सुकर्मा योग शाम 06:11 तक, उसके बाद धृति योग।
कैसे करें अनंत चतुर्दशी की पूजा (How to worship Anant Chaturdashi) :
- अनंत चतुर्दशी व्रत की पूजा दोपहर में की जाती है।
- स्नान आदि से निवृत्त होकर व्रत का संकल्प लेकर पूजा स्थल पर कलश स्थापित किया जाता है।
- कलश पर अष्टदल कमल की तरह बने बर्तन में कुश से निर्मित अनंत भगवान की स्थापना करें। पाट पर चित्र भी स्थापित करें।
- अब एक धागे को कुमकुम, केसर और हल्दी से रंगकर अनंत सूत्र तैयार करें, इसमें चौदह गांठें लगी होनी चाहिए।
- अनंत सूत्र को विष्णुजी की तस्वीर के सामने रखकर भगवान विष्णु और अनंत सूत्र की षोडशोपचार विधि से पूजा शुरू करें।
- अब मंत्र का जाप करें।
अनंत संसार महासुमद्रे मग्रं समभ्युद्धर वासुदेव।
अनंतरूपे विनियोजयस्व ह्रानंतसूत्राय नमो नमस्ते।।
- इसके बाद विधिवत पूजन के बाद अनंत सूत्र को बाजू में बांध लें।
- पुरुष दांये हाथ में और महिलाएं बांये हाथ में बांधे।
- अब श्री विष्णु सहस्त्रनाम स्तोत्र का पाठ करें।