Last Modified: लंदन ,
शुक्रवार, 10 अगस्त 2012 (18:05 IST)
बोल्ट बोले, मैं सर्वश्रेष्ठ हूं
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जमैका के स्टार फर्राटा धावक उसेन बोल्ट ने बीती रात लंदन ओलिंपिक की 200 मी स्पर्धा में अपने खिताब को बचाकर साबित कर दिया कि वह मौजूदा समय के सर्वश्रेष्ठ एथलीट हैं।
उन्होंने बीजिंग में 100 और 200 मी. का स्वर्ण जीता था और यहां लंदन ओलिंपिक में भी इसे बरकरार रखा। बोल्ट की इस जीत का मतलब है कि उन्होंने अमेरिका के महान ट्रैक एथलीट कार्ल लुईस के रिकॉर्ड से बेहतर प्रदर्शन किया, जिन्होंने 1984 और 1988 ओलिंपिक में तीन स्वर्ण और एक रजत अपने नाम किया था।
बोल्ट ने कहा, मैं यही चाहता था और मुझे यह उपलब्धि मिल गई। अब मैं मौजूदा समय का महान एथलीट हूं। अब मेरे पास साबित करने के लिये कुछ नहीं बचा। मैंने दुनिया को दिखा दिया कि मैं सर्वश्रेष्ठ हूं। फिलहाल मैं इसका लुत्फ उठाना चाहता हूं।
बोल्ट रेस के दौरान नया विश्व रिकॉर्ड नहीं बना सके और उन्होंने खुलासा किया कि रेस के दौरान उनकी पीठ में थोड़ा खिंचाव आ गया था जिससे उन्हें दर्द महसूस हो रहा था। मैं अपनी पीठ में थोड़ा खिंचाव महसूस कर सका था, इसलिए मैंने कोशिश की कि फार्म बनाए रखूं और फिनिशिंग लाइन तक पहुंच जाऊं। फिर जब मैं वहां पहुंचा तो मैं जान गया था कि यह विश्व रिकॉर्ड नहीं होगा।
उन्होंने कहा, मैंने जितनी उम्मीद की थी 200 मी. उससे कठिन थी। मैं दबाव महसूस कर सकता था। बोल्ट के अलावा आठ अन्य एथलीट आर्ची हान (1904), रॉल्फ क्रेग (1912), पर्सी विलियम्स (1928), एडी टोलान (1932), जेसी ओवेंस (1936), बाबी मोरो (1956), वालेरी बोरजोव (1972) और कार्ल लुईस (1984) एक ओलिंपिक में 100 और 200 मी का स्वर्ण पदक जीत चुके हैं, लेकिन केवल हान और लुईस ही 100 मी. के खिताब का बचाव कर पाए हैं। (भाषा)